क्या लोगों की परेशानी से नहीं है कोई सरोकार
लोकेश जाट, हरदा। इन दिनों शहर की सड़कों का हाल बहुत बुरा है। सड़कों पर इतनी ज्यादा तादात में गड्ढे हो चुके है कि लोगों का निकलना दुभर होता जा रहा है। इस ओर किसी भी जिम्मेदार का ध्यान नहीं है। आखिर कुम्भकरणी नींद में सोया प्रशासन कब जागेगा ? क्या लोगों की परेशानी से इनका कोई सरकोर नहीं रहा? अगर हम बात करे जिला अस्पताल चौक से बस स्टैण्ड तक २०० मीटर सड़क की तो इस सड़क पर सैकड़ों बड़े-बड़े गड्ढे हो चुके है। यहां से गुजरने वाले वाहन चालकों और राहगीरों को इन गड्ढों में सड़क ढुंढकर निकलना पड़ रहा है। ऐसा नहीं है कि इस मार्ग की यह दुर्रदशा एक -दो दिन में हुई हो बल्की शहर मेें हुई पहली बारिश के बाद से ही इस मार्ग पर गड्ढों ने अपनी जगह बना ली है। बीतते समय के साथ इनका आकार भी बड़ता जा रहा है। अब यह गड्ढे कभी न कभी किसी बड़ी दुर्घटना का कारण बन सकते है। इस मार्ग से रोजाना सैकड़ों वाहन निकलते है। यात्री बस और स्कूल बस भी इसी मार्ग से आना-जाना करती है। खराब सड़को और गड्ढों से हो रहे हादसों की रोजाना खबरें सामने आ रही है लेकिन जिम्मेदार प्रशासन के कनों पर जू तक नहीं रेंग रही है। हम पहले भी शहर की चोरो ओर की खराब सड़कों से अवगत करा चुके है। शहर के लोगों की भी यहीं मांग है कि इन सड़कों को दुरस्त कर राहगीरों को इन जानलेवा गड्ढों से निजात दिलाई जाए। इस २०० मीटर सड़क पर ही एक शासकीय स्कूल है जिसमें पढ़ने वाले बच्चे रोजान स्कूल आने-जाने के लिए इस मार्ग का उपयोग करते है। गड्ढों में बारिश का पानी भरा हुआ रहता है। जिससे कई बार वाहन निकलने पर गड्ढों का पानी उछलता है जिससे बच्चों की स्कूल ड्रेस खराब हो सकती है। कुछ ही दूरी पर बस स्टैण्ड है जहां सैकड़ों यात्री बसे इसी मार्ग से होकर गुजरती है। शहर के मुख्य मार्गों के प्रति प्रशासन की उदासिनता किसी के समझ नहीं आ रही है। आखिर सड़कों पर बने इन जानलेवा गड्ढों को दुरुस्त कर यातायात को सुगम क्यों नहीं बनाया जा रहा है।
इनका कहना है..
सड़क पर बने गड्ढों में बजरी भरी जा रही है। लगातार हो रही तेज बारिश के कारण कार्य प्रभावित हो रहा है। बारिश बाद सड़क पर डामरीकरण भी करा दिया जाएगा।
कमलेश पाटीदार, सीएमओ नगर पलिका