मुख्यमंत्री कृषक मित्र अनुदान योजना अधर में, हरदा में एक कनेक्शन, 138 किसानों को किया गया था चिन्हित

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मप्र के 10 हजार किसानों को लाभ देने का था लक्ष्य



लोकेश जाट, हरदा। साल 2023 में शुरू हुई मुख्यमंत्री कृषक मित्र अनुदान योजना वर्तमान में अधर में दिखाई दे रही है।  पूरे मध्यप्रदेश में कई किसानों ने योजना का लाभ लेने के लिए आवेदन किया था। जिसमें से योजना के लिए दस हजार किसानों को चिन्हित किया गया था। जिसमें हरदा जिले के 138 किसानों का चयन योजना के लिए किया गया। मगर 138 किसानों में से मात्र एक किसान ने ही योजना के अंतर्गत कनेक्शन लिया। मुख्यमंत्री कृषक मित्र योजना के तहत किसानों को सिंचाई के लिए विद्युत के खंबे 200 मीटर के अंदर और तीन हॉर्स पावर या उससे अधिक तक के स्थायी पंप कनेक्शन प्रदान करना है। योजना के तहत अधोसंरचना विकास लागत का 50 प्रतिशत हिस्सा किसानों को देना होता है। बाकी 50 प्रतिशत हिस्से में से 40 प्रतिशत हिस्सा राज्य सरकार सीधे विद्युत वितरण कंपनी को दगी और 10 प्रतिशत हिस्सा विद्युत वितरण कंपनी को वहन करना होगा। 20 सितंबर 2023 को पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान में केन्द्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किसानों को स्थाई कृषि पंप कनेक्शन देने के लिए मुख्यमंत्री कृषक मित्र योजना में हितग्राहियों से फार्म भरवाने के कार्य का शुभारंभ किया था। किसानों के विकास के लिए बनाई गई इस योजना में जिले से आखिर एक ही कनेक्शन क्यों हुआ जबकी 138 किसान इस मुख्यमंत्री कृषि मित्र योजना के लिए चिन्हित किए गए थे। अगर बात करे तो कई किसान जिन्होंने इस योजना का लाभ लेने के लिए आवेदन किया था वह अभ भी इंतजार कर रहे है कि कइ इस योजना का लाभ उन्हें मिले और वह उसका फायदा कृषि कार्य में ले सके। जानकारी अनुसार जिन किसानों को चिन्हित किया गया था वह इस योजन में 50 प्रतिशत हिस्सा भी नहीं देना चाहते। विगत आठ माह पहले जिले में इस योजना के तहत मात्र एक ही किसान ने कनेक्शन लिया। बाकि किसान इस योजना का लाभ नहीं लेना चाहते या उन्हें 50 प्रतिशत हिस्सा भी ज्यादा लग रहा है। अगर ऐसी स्थिति है तो प्रशासन को इन चिन्हित किसानों के अलावा जिन किसानों ने आवेदन किया है उनकों योजना में शामिल करना चाहिए। जिससे की जिन किसानों को इस अनुदान योजना की आवश्यकता है उन्हें लाभ दिलाया जा सके।

चिन्हित किसान नहीं ले रहे रूचि
जिले में मुख्यमंत्री कृषक मित्र योजना के तहत 138 किसानों को चिन्हित किया गया था। मगर एक ही किसान ने इस योजना का लाभ  लेते हुए कनेक्शन लिया। अन्य किसानों ने इस योजना में रूचि नहीं दिखाई। इसका कारण जानने की कोशिश की गई तो पता चला की इस योजना में 50 प्रतिशत खर्च भी एक लाख से डेढ़ लाख तक पहुंच रहा है और किसान 50 प्रतिशत हिस्सा भी नहीं देना चाहते।

योजना बंद या चालू से भ्रमित किसान, प्रचार-प्रसार की जरूरत
कई ऐसे किसान जिले में मौजूद है जिन्होंने मुख्यमंत्री कृषक मित्र योजना के लिए आवेदन किया है, लेकिन उनको इसका अभी तक लाभ नहीं मिला। किसानों में इस बात का भ्रम है कि योजना अभी बंद है। कई किसान योजना के चालू होने का इंतजार कर रहे है। उनका मानना है कि जब योजना चालू होगी तो हमें भी योजना का लाभ मिलेगा। जबकि योजना चालू है। इसके लिए शासन-प्रसाशन को उचित प्रचार-प्रसार की आवश्यकता है। जिससे की किसानों के पास  योजना की सही जानकारी पहुंच सके।

जरूरतमंद किसानो से हो संपर्क
मुख्यमंत्री कृषक मित्र योजना को जिले में सफल बनाने के लिए जरूरतमंद किसानों से संपर्क साधना चाहिए। जिससे की जिन्हें इस अनुदान योजना की जरूरत है वह इसका लाभा ले सके। चिन्हित किसानों के अलावा जिन भी किसानों ने इस योजना के लिए आवेदन किया है उनको आगे लाना चाहिए।

इनका कहना है…
कृषक मित्र योजना के अंतर्गत कई किसानों ने आवेदन किया था। चूकि पूरे प्रदेश से दस हजार किसान को चिन्हित किया गया था। जिसमें से हरदा जिलें से 138 किसान चिन्हित किए गए। आठ माह पूर्व योजना के तहत एक किसान ने ही कनेक्शन लिया। बाकि चिन्हित किसानों ने रूचि नहीं दिखाई। किसान 50 प्रतिशत राशि भी वहन करने के लिए तैयार नहीं हुए। क्योंकि 50 प्रतिशत राशि भी एक लाख तक पहुंच रही है। योजना बंद नहीं है, योजना चालू है। इसके आवेदन आनलाइन किए गए। किसानों के रूचि नहीं लेने के कारण योजना आगे नहीं बड़ पाई।
अनूप सक्सेना, महाप्रबंधक विद्युत विभाग

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