-अंतिम विदाई देने उज्जैन में उमड़ा जनसैलाब, केंद्रीय और प्रदेश मंत्रियों सहित पहुंचे कई दिग्गज
अनोखा तीर, हरदा। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव के पिता पूनमचंद यादव आज क्षिप्रा तट पर पंचतत्व में विलीन हुए। लगभग ९९ साल की आयु में सेठ पूनमचंद यादव ने कल शाम अंतिम सांस ली थी। आज उनके पार्थिव शरीर को उज्जैन गीता कॉलोनी स्थित आवास पर सुबह अंतिम दर्शन के लिए रखा गया था। जहां केंद्र सरकार और प्रदेश सरकार के मंत्रियों सहित कर्नाटक के राज्यपाल और अपार संख्या में क्षेत्र की जनता ने अपनी भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की।
मुख्मंत्री डॉ.मोहन यादव के पिता सेठ पूनमचंद यादव के निधन पर कर्नाटक के राज्यपाल थावरचंद गहलोत, केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराजसिंह चौहान, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, प्रदेश प्रभारी डॉ.महेंद्र सिंह, विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्रसिंह तोमर, डिप्टी सीएम जगदीश देवड़ा और राजेंद्र शुक्ला, उज्जैन के प्रभारी मंत्री गौतम टेटबाल, मंत्री चेतन कश्यप, प्रद्युम्र सिंह तोमर, रावउदय प्रताप सिंह, कैलाश विजयवर्गीय, नरेंद्र शिवाजी पटेल, नारायण सिंह कुशवाह, विश्वास सारंग, राधासिंह तथा पूर्व गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने उज्जैन पहुंचकर अपने श्रद्धासुमन अर्पित किए। इस अवसर पर मध्यप्रदेश की मुख्य सचिव वीराराणा, डीजीपी सुधीर कुमार सक्सेना, प्रमुख सचिव राजेश राजोरा ने भी स्व.यादव के अंतिम दर्शन कर श्रद्धांजलि अर्पित की। उल्लेखनीय है कि मंगलवार रात को सीएम के पिता पूनमचंद यादव का उज्जैन के एक निजी अस्पताल में उपचार दौरान निधन हो गया था। वह पिछले एक सप्ताह से अस्वस्थ थे। आज उनके अंतिम संस्कार से पहले गीता कॉलोनी स्थित आवास पर सुबह से ही दिग्गज नेताओं और स्थानीय व क्षेत्रीय लोगों का सैलाब उमड़ने लगा था। इस दौरान मुख्यमंत्री मोहन यादव अपने बड़े भाई नंदलाल यादव, नारायण यादव तथा परिवार के अन्य सदस्यों के साथ पिता के पार्थिव शरीर के पास खड़े होकर लोगों की संवेदनाएं प्राप्त कर रहे थे। निवास स्थान पर अंतिम दर्शन पश्चात लगभग १२ बजे स्व.यादव की अंतिम यात्रा गीता कॉलोनी से शुरू होकर शहर के मुख्य मार्गों से होते हुए भूखी माता मंदिर के पास क्षिप्रा तट पहुंची। अंतिम यात्रा दौरान मुख्यमंत्री के साथ केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्रसिंह तोमर, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा सहित अन्य मंत्री शांति वाहन पर नजर आ रहे थे। इस दौरान उज्जैन की सड़कों पर लगभग उसी तरह का नजारा अपने लाड़ले नेता के पिता को अंतिम विदाई देने उमड़ा नजर आ रहा था, जैसे कुंभ के दौरान संत दर्शन। स्व.पूनमचंद यादव को उनके बड़े बेटे नंदलाल यादव ने मुखाग्नि दी। गुरुवार ५ सितंबर को शाम ४ से ६ बजे तक उज्जैन के जंतर-मंतर के पास होटल अर्थव में शोक संवेदनाएं व्यक्त करने चलित उठावने का आयोजन रखा गया है।

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