स्वतंत्रता संग्राम की प्रथम शाहिद महिला थी रानी अवंतीबाई
भौरासा:-नगर में लोधी समाज के तत्वधान में वीरांगना अवंतिबाई लोधी की जन्मजयंती के उपलक्ष्य पर विशाल चल समारोह निकाला गया जिसमे नगर के समस्त समाजजन उपस्थित हुए वीरांगना रानीअवंती बाई लोधी भारत के प्रथम स्वाधीनता संग्राम सन् 1857 में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली प्रथम महिला शहीद वीरांगना थी। वीरांगना रानी अवंती बाई लोधी का जन्म 16 अगस्त 1831 को ग्राम मनकेहणी जिला सिवनी मध्यप्रदेश में हुआ था। इनकी माता का नाम कृष्णा बाई व पिता का नाम राव जुझार सिंह था
रानी अवंतीबाई ने बचपन से ही तलवार चलाना और घुड़सवारी में माहिर थी जिसके कारण 1857 की क्रांति में अंग्रेजो को धूल चटाने में कामयाब हुई उसके बाद 1858 में ब्रिटिश शासन को खदेड़ने के लिए हुए युद्ध में उनकी हार का सामना होते देख साथ ही अंग्रेजो के हाथ न लगने के लिए उन्होंने स्वय ही अपनी तलवार से खुद को छेद लिया और हिंदुस्तान की आन बान शान को रखते हुए वीरगति को प्राप्त होकर देश के लिए शहीद हो गई जिसकी याद में आज लोधी समाजन ने वीरांगना को याद कर एक भव्य चला समारोह जुलूस के रूप में निकाला गया जो की समाज के राम मंदिर से प्रारंभ होकर नगर के प्रमुख मार्गो निकला चल समारोह में समाज की बालिकाएं वीरांगना बन हाथो में तलवार लिए कतार बन चल रही थी और वीरांगना के बलिदानी पर प्रस्तुतियां दे रही थी चल समारोह में डीजे,ढोल,ताशे,बग्गी में वीरांगना रानी का चित्र रखा गया और सभी समाजजन ने श्वेत वस्त्र धारण कर गुलाबी पगड़ी बांधे साथ साथ चल रहे थे
चल समारोह में समाज के अध्यक्ष छोटेलाल लोधी,मुरली लोधी,गौरव लोधी,राजेश लोधी,नारायण पटेल,अंबाराम लोधी,रमेशचंद लोधी के साथ समाज के महिला पुरुष बच्चो ने बड़ चढ़ के हिस्सा लिया
*साथ ही चल समारोह का नगर में जगह जगह पुष्प वर्षा कर स्वागत किया स्वागत में नगर परिषद के द्वारा भी स्वागत सत्कार किया गया जिसमे नगर परिषद अध्यक्ष संजय जोशी,उपाध्यक्ष जयसिंह राणा,पार्षद सचिन यादव,सुरेशचंद्र मालवीय,भादरसिंह भाटिया,भाजपा नेता आरामसिंह कुमावत,कमल उस्ताद, मोसम माली,के समस्त जनप्रतिनिधि,नगरवासियों के साथ नगर परिषद के कर्मचारीगण ने स्वागत किया उसके पश्चात चल समारोह पुनः समाज के राम मंदिर पहुंच कर मंदिर पुजारी विवेक शर्मा द्वारा महाआरती कर प्रसादी वितरण किया गया सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए थाना प्रभारी संजय मिश्रा के निर्देशन पर पुलिस स्टाफ पूरे समय मौजूद रहा।