अनोखा तीर, हरदा। बांग्लादेश में सत्ता पलट की राजनीति के नाम पर वहां के हिन्दू नागरिकों को लक्ष्य बनाया जा रहा है। निरंतर देखने में आ रहा है की हिन्दू महिलाओं और छोटी-छोटी बेटियों से बलात्कार और बर्बरतापूर्ण हत्याओं सहित धार्मिक ग्रंथो को फाडने, जलाने और हिन्दू धार्मिक स्थलों को तोडने, संपत्तियों को लूटने से संबंधित समाचार बाग्लादेश के प्रत्येक कोने से आ रहे है। वहा हो रही घटनाओं को देखकर ऐसा प्रतीत होता है की बांग्लादेश में हिन्दुओं को पूर्णरूपेण समाप्त करने का षड्यंत्र चल रहा है। इस ज्ञापन के माध्यम से हम बताना चाहते है कि इस विश्व में जो हिन्दु अपनी मुल भाषा, सनातन धर्म तथा संस्कृति से जुडा हुआ है। वह निश्चित रूप से भारत का अभिन्न अंग है। बांग्लादेश में हो रही दुर्गति को रोकने हेतु तत्काल प्रभाव से कड़े ें कदम उठाने चाहिए, साथ ही यह कार्य भारतीय सेना के हाथ में सौपना चाहिए। यदि ऐसा नही हुआ तो एक ओर विश्व पटल पर भारत की छबी एक दुलर्भ राष्ट्र की भांति सिद्ध होगी। वही दुसरी और भारत के सबसे प्राचिन व महान सनातन धर्म और हिन्दू संस्कृति का अपमान होगा। हमारी आशा है कि भारत सरकार के द्वारा प्रभावशाली प्रयास किए जाए। जिससे बांग्लादेश में एक भी हिन्दू जेहादी विचारधारा से प्रेरित हिंसात्मक घटनाओं से आहत नही होगा। समय है, भारत सरकार व्दारा देश में अवैध रूप से रह रहे रोहिंग्या और बांग्लादेशीयों को भी देश से बाहर निकालने हेतु भी कदम उठाए जाए। इस ज्ञापन के माध्यम से अखिल भारत हिन्दू महासभा यह मांगे आपके समक्ष रखता है। साथ ही, यदी बांग्लादेश मे हिन्दूओं के प्रति हिंसा समाप्त नहीं होती है तो देशभर में अवैध रूप से रह रहे रोहिंग्या और बग्लादेश घुसपैठियों के विरूद्ध विशाल जनआंदोलन सङको पर देखने को मिलेगा।
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