-कार्यालय से दो सो मीटर दूरी पर बिजली के दो पोल दे रहे दुर्घटना को दावत
लोकेश जाट, हरदा। जिला मुख्यालय स्थित विद्युत कार्यालय से महज दो सो मीटर दूरी पर बिजली के दो पोल छतिग्रस्त हालात में है। बिजली का एक पोल तो कार्यालय के ठीक सामने मैन रोड़ पर स्थित महाराण प्रताप चौराहा पर ही है और वहां से रोजाना विद्युत विभाग के अधिकारी और कर्मचारी निकलते है लेकिन इस ओर किसी भी जिम्मेदार का ध्यान नहीं है। वही दूसरा पोल कुछ ही दूरी पर इन्दौर रोड पर है। दोनों ही पोल की स्थित खासी खराब है यह दोनों पोल जमीन की तरफ झूक गए है। इन छतिग्रस्त पोल से कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। अगर पूरे शहर का सर्वे कराया जाए तो कई जगह ऐसे पोल मिलेंगे जो छतिग्रस्त स्थिति में है और किसी बढ़े हादसे का कारण बन सकते है। शहर में स्थित इस तरह के पाल बिजली विभाग की कार्य में लापरवाही और उदासिनता उजागर कर रहे है। महाराणा प्रताप चौक के इस पोल के बारे में लोगों ने बताया कि कुछ साल पहले इस पोल से बस टकराई थी जिसके कारण यह तेड़ा हो गया। कई साल बीत गए है कोई ध्यान देना वाला नहीं है यह जमीन की तरफ झुकता जा रहा है। पोल के नीचे लोगों ने एक बढ़ा पत्थर लगाकर सहारा दिया है। सवाल यह है कि आखिर बिजली विभाग का ध्यान इस ओर क्यों नहीं गया? या फिर बिजली विभाग जानबूझकर अजान बना बैठा है। बिजली विभाग की यह कार्यप्रणाली गैर जिम्मेदाराना और लापरवाही को दिखाती है। विभाग यह लापरवाही लोगों की जान से खिलवाड़ कर रही है। समय रहते यदि विभाग नहीं जागा तो किसी दिन बड़ा हादसा हो सकता है।

चौक से निकलती है रैलिया और शोभायात्रा, हो सकता है बड़ा हादसा
विद्युत कार्यालय के पास स्थित महाराणा प्रताप चौक से कई रैलियों को आयोजन किया जाता है। कई संगठनों द्वारा चौक पर धरना प्रदर्शन भी किया जाता है। इसी मार्ग से कई शोभायात्रा भी निकाली जाती है। यह शहर को जोड़ने वाला मुख्य मार्ग है। जिस कारण यहां सैकड़ों लोगों का आना-जाना लगता रहता है। चौक के कार्नर पर लगे छतिग्रस्त पोल के कारण किसी दिन कोई बड़ी दुर्घटना घटित हो सकती है। अनोखा तीर द्वारा इस संबंध में विद्युत विभाग महाप्रबंधक को छतिग्रस्त पोल की फोटो दिखाकर तुरंत सचेत किया गया। उन्होंने पूरे शहर के सर्वे के आदेश अधिनस्त अधिकारी को दिए।
ग्रामीण क्षेत्रों में स्थिति और भी खराब
शहर के यह हाल है तो ग्रामीण क्षेत्रों में भी स्थिति चिंताजनक बनी हुई है। रोड़ किनारे लगें कई पोल झुके हुए दिखाई देते है वहीं बिजली के तार जमीन तक झुलते देखें जा सकते है। इन झूलते तारों से राहगीरों सहित मवेशियों को खतरा बना रहता है।

मैंटनेंस के नाम पर कटौती फिर भी सुधार नहीं
शहर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में विद्युत विभाग द्वारा रोजना मेंटनेंस के नाम पर चार से छह घ्ंाटे की कटौती की जा रही थी। रोजाना मेंटनेंस कटौती के बाद भी यह हालात है कि जर्जर पोल और झुलते तारा को सुधारा नहीं गया। आखिर विद्युत विभाग के अधिकारी और कर्मचारी इन कायों को गंभीरता से क्यों नहीं करते है।
इनका कहना है…
आपके द्वारा फोटो दिखाकर संज्ञान में लाया गया है। शहर में ओर भी ऐसे पोल हो सकते है। पूरे शहर का सर्वे कराकर ऐसे छतिग्रस्त पोलों को चिन्हित किया जाएगा। जिन बिजली पोल की स्थिति ज्यादा खराब है पहले उन्हें हटवाया जाएगा।
अनप सक्सेना, महाप्रबंधक विद्युत विभाग
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