‘दलबदल से टूटा कार्यकर्ताओं का मनोबल’…, कांग्रेस प्रत्याशियों ने समिति के सामने रखे लोकसभा चुनाव में हार के कारण
मध्य प्रदेश के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को बुरी तरह हार का सामना करना पड़ा। कांग्रेस प्रदेश की सभी 29 सीटों पर चुनाव हार गई। पार्टी अब हार के कारणों को जानने में लगी हुई है। इसी के चलते कांग्रेस ने तीन सदस्यीय टीम को प्रदेश में भेजा है।
![](https://i0.wp.com/anokhateer.com/wp-content/uploads/2024/06/29_06_2024-congress_candidate_1.jpg?resize=780%2C470&ssl=1)
अनोखा तीर भोपाल:-लोकसभा चुनाव में हारे कांग्रेस के कई प्रत्याशियों का तर्क है कि उनकी हार पार्टी के कई नेताओं के भाजपा में जाने से हुई, क्योंकि इससे कार्यकर्ताओं का मनोबल टूट गया। यह बात प्रत्याशियों ने पार्टी हाईकमान की ओर से प्रदेश में लोकसभा चुनाव में करारी हार की समीक्षा के लिए भेजी गई समिति के समक्ष अपना पक्ष रखते हुए शनिवार को कही।
कांग्रेस हाईकमान की ओर से भेजी गई समिति में महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चाव्हाण, सप्तगिरी उल्का और जिग्नेश मेवाणी शामिल हैं। इन्होंने प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय पर बैठक करके प्रत्याशियों से संवाद किया।
कुछ प्रत्याशियों ने यह भी कहा कि प्रदेश के बड़े नेताओं के स्वयं चुनाव लड़ने से भी व्यवस्थाएं लड़खड़ाईं। लाड़ली बहना योजना का प्रभाव भी रहा। कार्यकर्ताओं को पुलिस प्रशासन ने धमकाया, डराया।
मुरैना लोकसभा सीट से प्रत्याशी सत्यपाल सिंह सिकरवार ने कहा कि विधायक रामनिवास रावत, पूर्व विधायक अजब सिंह कुशवाह, राकेश मावई, महापौर शारदा सोलंकी का पार्टी छोड़कर जाना नुकसानदेह रहा। संगठन की जमावट इनके अनुरूप थी। पूरी टीम इनके साथ चली गई। इसी तरह उज्जैन से प्रत्याशी महेश परमार ने भी दलबदल को चुनाव में हार का बड़ा कारण बताया।
कांग्रेस कार्यकर्ताओं को बनाया गया निशाना
ग्वालियर से प्रत्याशी प्रवीण पाठक ने प्रत्याशी की घोषणा में विलंब को भी हार का एक कारण बताया। रतलाम से प्रत्याशी कांतिलाल भूरिया ने कहा कि सरकार ने सभी हथकंड़े अपनाए। चुनाव के पहले लाड़ली बहना योजना की राशि खातों में जमा की। काल सेंटर और अधिकारियों-कर्मचारियों के माध्यम से यह संदेश दिया गया कि यदि भाजपा को वोट नहीं मिला तो योजनाएं बंद हो जाएंगी। कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को चुन-चुनकर निशाना बनाया गया।
हार के कारणों का करेंगे पड़ताल- जीतू पटवारी
सीधी से कांग्रेस के प्रत्याशी रहे कमलेश्वर पटेल ने भी अपनी बात रखी। बैठक के प्रारंभ में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने समिति के सदस्यों का स्वागत किया, फिर वह चले गए। समिति के अध्यक्ष पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा कि हार के कारणों की सभी पहलुओं पर पड़ताल होगी। प्रत्याशियों से जानकारी लेने के साथ वरिष्ठ नेताओं से भी फीडबैक लिया जाएगा। इसके बाद समिति रिपोर्ट तैयार करके केंद्रीय संगठन को देगी।