अनोखा तीर जबलपुर:-इस बार रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय प्रशासन ने प्रवेश की आनलाइन व्यवस्था की है, जिसमें आवेदकों को पंजीयन के साथ सीट आवंटन और रिक्त सीट का पूरा ब्योरा दिखाया जा रहा है। फीस और अन्य पाठ्यक्रम से जुड़ी जानकारी के लिए उन्हें आनलाइन मिल रही है।
इस पारदर्शिता के कारण दलालों का धंधा और विभागाध्यक्षों की मनमानी बंद हो गई है। निर्धारित मानकों को पूरा करने वाले विद्यार्थियों को आसानी से प्रवेश मिल पा रहा है। विद्यार्थी अपना ईमेल और मोबाइल नंबर आनलाइन दर्ज करते हैं जिनके नंबर पर चाही गई समस्त जानकारी भेजी जाती है।
सीट से लेकर फीस अथवा अन्य सारे कार्य आनलाइन
एमपी आनलाइन के नोडल प्रभारी डा.आर के गुप्ता ने बताया कि विद्यार्थी सारे कार्य ई प्रवेश पोर्टल के माध्यम से करवा सकता है। सीट से लेकर फीस अथवा अन्य सारे कार्य आनलाइन ही करने की व्यवस्था की गई है। पहले दलाल विभागों में प्रवेश लेने के नाम पर छात्रों से अवैध वसूली कर लेते थे।
कई छात्र फीस से ज्यादा राशि देकर प्रवेश करवाने के लिए मजबूर होते थे। अब आनलाइन होने से सीट कितनी बची और किसका प्रवेश हुआ है यह सारी जानकारी पोर्टल पर अपलोड की जा रही है।
पीजी में प्रवेश के लिए पंजीयन शुरू, 26 जून तक मौका
रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय के स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम में प्रवेश की प्रक्रिया प्रारंभ हो चुकी है। प्रशासन ने संशोधित प्रवेश कार्यक्रम जारी किया है। जिसमें 13 जून से पंजीयन शुरू हुआ है जो 26 जून तक चलेगा। दस्तावेजों का सत्यापन भी इसी दौरान होगा जो 27 जून तक अंतिम किया जाएगा।
तीन जुलाई को आवेदन के आधार पर सीट का आवंटन जारी हाेगा। आठ जुलाई तक विद्यार्थियों को निर्धारित शुल्क अदा करना होगा। एमपी आनलाइन के नोडल अधिकारी डा.आर के गुप्ता ने बताया कि प्रवेश के लिए दस्तावेजों का सत्यापन विद्यार्थियों को संबंधित विभाग में करवाना होगा।
सीट आवंटन के बाद विद्यार्थी निर्धारित तिथि तक अपना प्रवेश निरस्त भी करवा सकता है। 9 जुलाई को विभागों में पाठ्यक्रम के अनुरूप रिक्त सीट की जानकारी दी जाएगी ताकि दोबारा विद्यार्थी प्रवेश के लिए आवेदन कर पाए।
कैसे करे पंजीयन
प्रवेश के लिए आनलाइन पंजीयन अनिवार्य है। विद्यार्थी https://utdadmission.mponline.gov.in/ और https://epravesh.mponline.gov.in/ अथवा https://rdvv.mponline.gov.in/porta में पंजीयन करवा सकते हैं।
– आवेदन भरने से पूर्व विद्यार्थी रोल नंबर, परीक्षा उत्तीर्ण वर्ष, जन्मतिथि, मोबाइल नंबर, फोटो एवं हस्ताक्षर स्कैन किए हुए मेरिट में लाभ लेने हेतु संबंधित दस्तावेज एवं अधिभार प्रमाण पत्र आनलाइन अपलोड करे।
-पंजीयन के साथ ही मोबाइल नंबर पर ओटीपी मिलेगा जिसे सत्यापन करना होगा। जिसके बाद एप्लीकेशन आइडी मिलेगी।
-आवेदक को अपना पासवर्ड बनाना होगा जिसके सुरक्षित रखना होगा।
-आवेदन भरने और पंजीयन शुल्क भुगतान के पश्चात ही फार्म पूर्ण भरा माना जाएगा।
सत्यापन के लिए विश्वविद्यालय नहीं आएं
विद्यार्थियों को विश्वविद्यालय तक आने की जरूरत नहीं होगी। विद्यार्थी का सत्यापन आनलाइन ही करने की व्यवस्था प्रशासन ने की हुई है। ई-प्रवेश के संबंध में नोडल अधिकारी डा.आर के गुप्ता ने बताया कि विद्यार्थी आवेदन में दर्ज जानकारी की त्रुटि सुधार के संबंध में आइक्यूएसी भवन कैंटीन के बाजू से रादुवि में आकर सुधार करवा सकते हैं।