अनोखा तीर, ओंकारेश्वर। नर्मदा घाटों पर श्रद्धालु असमय मौत का शिकार हो रहे हैं। प्रशासन की लापरवाही श्रद्धालुओं की जान पर बन आई है। गोमुख घाट पर पिछले 2 दिन में दो युवा श्रद्धालु डूब कर असमय मौत के आगोश में समा गए। यहां पर रविवार सुबह 4.30 बजे घाटा बिल्लोद निवासी विशाल चौहान 22 वर्ष और सोमवार सुबह 7 बजे के लगभग छैगांवमाखन निवासी युवा देवकरण 21 वर्ष की डूबने से मौत हो गई। कहने को तो घाटों पर होमगार्ड के जवानों की ड्यूटी रहती है किंतु घाट पर रहने वाले नाविको और दुकानरों ने बताया कि ड्यूटी के समय नगर सैनिक घाट के बजाय दुकानों पर बैठकर समय पास करते हैं।
इनका कहना है…
घाटों पर श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए होमगार्ड के जवानों की तैनाती रहती है। जिले से होमगार्ड कमांडेंट द्वारा ड्यूटी लगती है। थाना मांधाता की इसमें कोई भूमिका नहीं होती।
अनूप सिंधिया, थाना प्रभारी मांधाता
ओंकारेश्वर के नागर घाट पर 4, गोमुख घाट पर 4, ब्रह्मपुरी घाट पर 6, कोटि तीर्थ घाट पर 1 और सुरक्षा नाव पर 2 नगर सैनिक की ड्यूटी 8-8 घंटे की 2 शिफ्ट में सुबह 6 से रात 8 तक रहती है। अभी घाटों पर कुल 18 नगर सैनिकों की ड्यूटी है। श्रद्धालुओं गहरे पानी में न जाने के लिए कहा जाता है किंतु श्रद्धालु सुनते नहीं। इसलिए डूबने की घटनाएं होती है। घाटों पर गहरे पानी में न जाने के बोर्ड लगाना स्थानीय प्रशासन की जिम्मेदारी है।
रविंद्र महिवाल, प्लाटून कमांडर होमगार्ड जिला खंडवा
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