अनोखा तीर, हरदा। भीषण गर्मी के चलते जहां तापमान 43 डिग्री के पार हो चुका है, वहीं भू-जलस्तर निरंतर नीचे खिसकने की वजह से अब जलसंकट गहराने लगा है। क्योंकि, आबादी क्षेत्रों के साथ साथ सार्वजनिक स्थल एवं शासकीय संस्थाओं में पानी की किल्लत सामने आने लगी है। इसी बीच मुख्यालय स्थित शासकीय जिला अस्पताल में टयूबवेल सूखने के कारण पेयजल व्यवस्था बुरी तरह लड़खड़ा गई है। जिसके चलते लोग यहां-वहां भटकते नजर आ रहे हैं। स्थिति यह है कि अस्पताल की ओपीडी समेत विभिन्न कक्षों एवं वार्डो में लगे कूलर पानी के अभाव में बंद पड़े हैं। क्योंकि, बगैर पानी कूलर गर्म हवा फेंकते हैं, जो असहनीय होने के साथ ही मरीजों की सेहत पर बुरे प्रभाव से कम नही है। यही कारण है कि कूलरों को बंद रखना ही मरीजों के हितार्थ है। प्राप्त जानकारी के अनुसार अस्पताल में महज एक घंटा चलने वाले नल से व्यवस्था संभालना मुश्किल है। जबकि विगत वर्षो की बता करें तो ऐसे हालात बने की स्थिति में नगर पालिका पानी के टैंकरों से पेयजल आपूर्ति में मददगार रही है। परंतु इस बार उनकी ये मदद नगण्य है, जो कि अविलंब बहाल करने की दरकार है। जिससे कि सबसे बड़े स्वास्थ्य केन्द्र पर व्यवस्था बेपटरी ना हो। इस संबंध में प्रभारी जलप्रदाय शाखा से चर्चा करना चाही, लेकिन उन्होंनें फोन रिसीव नही किया।
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