व्यवस्था का दुरूपयोग … आखिरकार प्याऊ के सभी नल बंद करने पड़े
- मामला पार्क से लगे प्याऊ का - निजी स्वार्थ ने बिगाड़ी व्यवस्था
अनोखा तीर, हरदा। शहर के परशुराम चौक पर विद्युत वितरण कंपनी के मुख्य गेट के सामने स्थित प्याऊ पर अब राहगिरों की प्यास नही बुझ पाएगी। क्योंकि, पार्क प्रबंधन को प्याऊ के सभी नलों को बंद करना पड़ा है। इसका मुख्य कारण नल के जरिये पानी का दुरूपयोग सामने आया है। प्याऊ के ठीक साइड में दुकानदार नल में नली जोड़कर गाड़ियों की वाशिंग समेत अन्य कार्यो में जुटे थे। यह सिलसिला कई महिनों से जारी था। जिसके चलते राहगिरों के गले की प्यास बुझाने की ये व्यवस्था मनमानी का डेरा बन चुकी थी। जिस पर प्रबंधन को सख्त रूख इख्तियार करना ही पड़ा। इस कदम से जहां पानी के दुरूपयोग पर पूरी तरह अंकुश लग चुका है। वहीं दूसरी ओर आस पड़ोस के अन्य दुकानदारों सहित गुमठी व रेहड़ी वालों की व्यवस्था बिगड़ गई है। इतना ही नही, प्याऊ के सामने विद्युत कंपनी का दफ्तर, इन्दौर रूट के यात्री तथा अस्पताल और सब्जी मंडी की तरफ जाने वाले लोग इसी प्याऊ पर रूककर प्यास बुझाते थे। किंतु अब लोगों को खासकर राहगिर तथा ग्रामीणों को अपनी प्यास बुझाने के लिए फिलहाल दूसरे स्थान की तरफ बढ़ना होगा।
अव्यवस्था को किया था उजागर
बता दें कि शहर के बीचों बीच इस अव्यवस्था को दैनिक अनोखा तीर ने बोलती तस्वीरों के जरिये खबर का प्रकाशन किया था। वहीं गर्मी की दस्तक का हवाला देने के साथ ही एन वक्त पर व्यवस्था बिगड़ने का अंदेशा भी जताया था। बहरहाल, देर आए दुरूस्त आए कि तर्ज पर पार्क प्रबंधन ने कड़ा फैसला लिया है। जो सीधे तौर व्यवस्था सुधार की दिशा में पहला कदम बताया जा रहा है।
आगे देखरेख व रखरखाव जरूरी
प्याऊ के नल बंद हो जाने के बाद उस पर निर्भर लोगों में मायूसी देखने को मिली है। उनके मुताबिक पार्क प्रबंधन को व्यवस्था बहाल के बाद प्याऊ की देखरेख व रखरखाव पर फोकस जरूरी है। ऐसा इसलिये, क्योंकि देखरेख के अभाव में प्याऊ का कोना शौच स्थल में तब्दील होने लगा था। आगे इन सारी अव्यवस्थाओं से निपटने के लिए प्रबंधन को पहले से बेहतर की आवश्यकता है।