अनोखा तीर, हरदा। रवींद्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय भोपाल से कृषि संकाय के 37 छात्रों का दल हरदा में विभिन्न गतिविधियों से अध्ययन हेतु एक दिवसीय भ्रमण पर आया। मिशन हैप्पी हरदा के अंतर्गत रामन क्षेत्रीय संसाधन केंद्र, हरदा के उमेश शर्मा ने छात्रों को हरदा में की जा रही प्रमुख गतिविधियां के बारे में बताया। इस कड़ी में छात्रों द्वारा सर्वप्रथम इंदर विश्नोई के स्टार्टअप देशी पद्धति से दाल बनाना, कच्ची धानी का तेल, सौर ऊर्जा से फल-सब्जी को सुखाना, पशुदाना इत्यादि का अध्ययन किया। तत्पश्चात ग्राम बजवाड़ा में छात्रों को हरदा में पर्यटन स्थल के बारे में तथा मिशन हैप्पी हरदा के अंतर्गत कृषि क्षेत्र एवं स्टार्ट-अप में किए गए कार्यों को राजीव बाहेती द्वारा जानकारी दी। मालपानी ट्रस्ट में अमृतजल, अमृत मिट्टी के बनाने की विधि का अवलोकन किया गया। संस्था प्रमुख वत्सल सचदे ने बताया कि खेत की स्वस्थ मृदा होने पर पौधों में कीट एवं रोगों का प्रकोप नहीं होता। उनके द्वारा उनके फार्म पर किसी भी रासायनिक कीटनाशक का उपयोग नहीं किया जाता। हरदा में एग्रो फॉरेस्ट्री कृषि वानिकी के अंतर्गत रामनिवास दुगाया द्वारा बांस के बीच में केंचुआ खाद का उत्पादन बृहद रूप से किया जा रहा है। जिसके माध्यम से उनके द्वारा किसानों को जैविक खेती के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है तथा कार्बन क्रेडिट पर भी सतत अनुसंधान कर रहे हैं। छात्रों द्वारा उनसे खेत में होने वाली आय संबंध में विस्तृत चर्चा की गई। तत्पश्चात डॉ.अली एग्रो एवं बकरी अनुसंधान केंद्र, बैरागढ़ हरदा में भ्रमण किया। जिसमें उन्नत फसल की बकरी जमनापारी, सिरोही, बर्बरी, अफ्रीकी नस्ल की बकरी के साथ-साथ देशी बकरियों के बारे में अध्ययन किया। केंद्र के संचालक डॉ. अकबर अली द्वारा छात्रों को बकरियों की देखरेख के संबंध में विस्तृत जानकारी व्यवसाय परिपेक्ष को ध्यान में रखकर दी गई। कार्यक्रम का संचालन रामन क्षेत्रीय संसाधन केंद्र, हरदा के उमेश शर्मा ने एवं रवींद्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय भोपाल से ऋषिकेश मंडलोई द्वारा किया गया।