अनोखा तीर, बैतूल। मोहदा थाना क्षेत्र अंतर्गत आने वाले ग्राम सागवानी की एक नाबालिक आदिवासी युवती को अतिथि शिक्षक द्वारा बहला फुसला कर भगाकर ले जाने का मामला सामने आया है। इसकी शिकायत युवती के पिता ने ग्रामीणों के साथ एसपी कार्यालय पहुंचकर की है। गौरतलब है कि जिस शिक्षक के खिलाफ आरोप लगाए जा रहे हैं वह भीमपुर ब्लॉक के ग्राम गुरुवा पिपरिया में स्थित सीएम राइज स्कूल में अतिथि शिक्षक के पद पर पदस्थ है। घटना दिनांक से ही शिक्षक ना स्कूल पहुंचा है, ना ही गांव में दिखाई दे रहा है। शिकायतकर्ता लालमन पंद्राम ने एसपी को सौंपे शिकायत आवेदन में बताया कि उनकी बेटी कक्षा बारव्ही में नियमित अध्ययनरत है। जिसकी जन्म दिनांक 12 मार्च 2006 है जो वर्तमान में नाबालिग है। उनकी बेटी 15 फरवरी 2024 को सुबह 9 बजे स्कूल के लिए निकली थी। बेटी के साथ भतीजी गई थी। रास्ते में उनकी बेटी पीछे रह गई और भतीजी स्कूल चली गई। भतीजी 3-4 बजे स्कूल से घर वापस आयी और बेटी घर नहीं आयी तब उनकी पत्नी ने भतीजी से पूछा कि उनकी बेटी कहां है तो भतीजी ने उन्हें बताया कि स्कूल जाते समय रास्ते में रूक कर वह अनावेदक कार्तिक राठौर से बातचीत करने लगी थी, तो वह स्कूल चली गई। आवेदक ने बताया कि बेटी घर पर नहीं आई तो पत्नी ने परिजनों से पूछताछ की और आस पास तलाश की। लेकिन बेटी का कोई पता नहीं चला। शिकायतकर्ता लालमन का कहना है कि उन्हें पूर्ण रूप से संदेह है कि अनावेदक के द्वारा जानबुझकर आदिवासी जाति होने के चलते उनकी बेटी को बहला फुसला कर उसे भगा कर ले गया है।
पुलिस ने दर्ज नहीं की शिकायत
शिकायतकर्ता लालमन का आरोप है कि वह इस मामले की शिकायत करने थाना मोहदा गए थे, लेकिन पुलिस ने शिकायत दर्ज नहीं की। वे थाने में 4 से 5 घंटे बाहर बैठे रहे, उसके बाद अपनी मर्जी से रिपोर्ट दर्ज की गई। पढ़कर भी नहीं सुनाई। रिपोर्ट पर हस्ताक्षर करवाकर भगा दिया। लालमन ने अनावेदक के विरूद्ध तत्काल जांच कर अपराध पंजीबद्ध करने की मांग की। एसपी से शिकायत करने वालों में एसएस उइके, शोभाराम, बहादुरसिंह, सोमनाथ राजकुमार, राजू, गोलमन, नितेश, जयसिंह, अर्जुन, भोलाराम, भागीलाल, पवन, कृष्णा, सुखवंती आदि शामिल हैं।
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अनोखा तीर, बैतूल। मोहदा थाना क्षेत्र अंतर्गत आने वाले ग्राम सागवानी की एक नाबालिक आदिवासी युवती को अतिथि शिक्षक द्वारा बहला फुसला कर भगाकर ले जाने का मामला सामने आया है। इसकी शिकायत युवती के पिता ने ग्रामीणों के साथ एसपी कार्यालय पहुंचकर की है। गौरतलब है कि जिस शिक्षक के खिलाफ आरोप लगाए जा रहे हैं वह भीमपुर ब्लॉक के ग्राम गुरुवा पिपरिया में स्थित सीएम राइज स्कूल में अतिथि शिक्षक के पद पर पदस्थ है। घटना दिनांक से ही शिक्षक ना स्कूल पहुंचा है, ना ही गांव में दिखाई दे रहा है। शिकायतकर्ता लालमन पंद्राम ने एसपी को सौंपे शिकायत आवेदन में बताया कि उनकी बेटी कक्षा बारव्ही में नियमित अध्ययनरत है। जिसकी जन्म दिनांक 12 मार्च 2006 है जो वर्तमान में नाबालिग है। उनकी बेटी 15 फरवरी 2024 को सुबह 9 बजे स्कूल के लिए निकली थी। बेटी के साथ भतीजी गई थी। रास्ते में उनकी बेटी पीछे रह गई और भतीजी स्कूल चली गई। भतीजी 3-4 बजे स्कूल से घर वापस आयी और बेटी घर नहीं आयी तब उनकी पत्नी ने भतीजी से पूछा कि उनकी बेटी कहां है तो भतीजी ने उन्हें बताया कि स्कूल जाते समय रास्ते में रूक कर वह अनावेदक कार्तिक राठौर से बातचीत करने लगी थी, तो वह स्कूल चली गई। आवेदक ने बताया कि बेटी घर पर नहीं आई तो पत्नी ने परिजनों से पूछताछ की और आस पास तलाश की। लेकिन बेटी का कोई पता नहीं चला। शिकायतकर्ता लालमन का कहना है कि उन्हें पूर्ण रूप से संदेह है कि अनावेदक के द्वारा जानबुझकर आदिवासी जाति होने के चलते उनकी बेटी को बहला फुसला कर उसे भगा कर ले गया है।
पुलिस ने दर्ज नहीं की शिकायत
शिकायतकर्ता लालमन का आरोप है कि वह इस मामले की शिकायत करने थाना मोहदा गए थे, लेकिन पुलिस ने शिकायत दर्ज नहीं की। वे थाने में 4 से 5 घंटे बाहर बैठे रहे, उसके बाद अपनी मर्जी से रिपोर्ट दर्ज की गई। पढ़कर भी नहीं सुनाई। रिपोर्ट पर हस्ताक्षर करवाकर भगा दिया। लालमन ने अनावेदक के विरूद्ध तत्काल जांच कर अपराध पंजीबद्ध करने की मांग की। एसपी से शिकायत करने वालों में एसएस उइके, शोभाराम, बहादुरसिंह, सोमनाथ राजकुमार, राजू, गोलमन, नितेश, जयसिंह, अर्जुन, भोलाराम, भागीलाल, पवन, कृष्णा, सुखवंती आदि शामिल हैं।
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