अनोखा तीर, हरदा। लंबे समय से अपनी प्रमुख मांगों को लेकर संघर्षरत अतिथि शिक्षकों ने बुधवार को एक बार फिर प्रदर्शन कर अपनी मांगों की तरफ जिम्मेदारों का ध्यान दिलाने की कोशिश की है। इसी कड़ी में मुख्यालय के छीपानेर रोड स्थित बलराम चौक पर एकत्रित हुए अतिथि शिक्षकों ने अपनी पांच सूत्रीय मांगों को लेकर जमकर नोरबीजी की, वहीं उनके समाधान की आवाज बुंलद की। यहां से अतिथि शिक्षकों का दल डीईओ कार्यालय पहुंचा। जहां प्रदेश सरकार के नाम संबोधित एक ज्ञापन विभागीय अधिकारी को सौंपा गया। जिसमें प्रदेश तथा जिला स्तर की समस्याओं का जिक्र कर उनके समाधान की मांग दोहरायी है। इस बारे में अतिथि शिक्षक संघ के अध्यक्ष शिवशंकर ढोल्या ने बताया कि तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अतिथियों की महापंचायत में उनके नियमितिकरण की बात पर जोर दिया था। किंतु उक्त घोषणा पर अब तक अमल नही हुआ। जिसके चलते प्रदेशभर के अतिथियों में निराशा है। जबकि उन्हें पूरा भरोसा था कि विस चुनाव के बाद सरकार बनते ही अतिथियों की सुध ली जाएगी। उन्होंनें यह भी कहा कि शिक्षित युवाओं का भविष्य संवारने की दिशा में सरकार से खासी उम्मीदें हैं। उसी तरफ ध्यान दिलाने का प्रयास किया है। इससे पहले अतिथि शिक्षकों ने अपनी मांगों के समर्थन में नारे लगाएं। इस दौरान करीब डेढ़ दर्जन अतिथि शिक्षक मौजूद थे।
ज्ञापन की प्रमुख मांग
– शिक्षक पात्रता परीक्षा में अतिथियों को अनुभव का लाभ सुनिश्चित किया जाएं।
– शेष अतिथियों के लिये विभागीय परीक्षा का प्रावधान किया जाएं।
– नई भर्ती तथा पदोन्निति के कारण जिन अतिथियों को हटाया है, उन्हें रिक्त स्थानों पर भेजें।
– छूटे हुए अतिथियों के लिये जीएफएमएस पोर्टल दोबारा खोलने की मांग की ।
– तीन माह से लंबित मानदेय का अविलंब भुगतान कराए जाने की बात कही
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