सुबह जहां उपलब्ध था वहां मची मारामारी
हिंड एंड रन कानून अंतर्गत नए प्रावधानों के विरोध में ड्रायवरों की तीन दिवसीय हड़ताल के दूसरे दिन मंगलवार को हालात बेपटरी नजर आए। हालांकि, हड़ताल के पहले ही दिन यानि सोमवार शाम को इन सारे कयासों ने जोर पकड़ लिया था, जो सुबह होते-होते हकीकत में तब्दील हो गया। बता दें कि हड़ताल की वजह से जहां पेट्रोल-डीजल की किल्लत रही, वहीं दूध की गाड़ी देरी से पहुंची। जिसके चलते दुग्ध वितरण प्रणाली से जुड़े लोगों के साथ ही आम जनता को खासी असुविधा का सामना करना पड़ा।
अनोखा तीर, हरदा। हिंड एंड रन कानून में कड़ाई के विरोध में ड्रायवरों की हड़ताल के चलते व्यवस्था पर बुरा असर हुआ है। खासकर बड़े शहरों में आवागमन व्यवस्था समेत व्यापार पर विपरीत प्रभाव पड़ा है। इसी क्रम में हरदा जिला एवं उसके तहसील मुख्यालयों पर भी हड़ताल का असर दिखा। एक दिन पहले यानि सोमवार को चालक-परिचालक संघ के बैनर तले ट्रक एवं बस आनर्स तथा चालकों ने विरोध प्रदर्शन कर अपनी मांगों का ज्ञापन सौंपा। वहीं हिट एंड रन कानून के तहत नए प्रावधानों पर पुनर्विचार कर संशोधन की मांग की है। इधर, हड़ताल के चलते पहले ही दिन इसका असर दिखने लगा। वहीं, पेट्रोल-डीजल समेत अन्य व्यवस्थाओं के चरमराने के आसार दिख रहे थे। क्योंकि, इसी दिन शाम को कई पंपो पर पेट्रोल-डीजल खत्म हो चुका था। यही हाल दूसरे भी जस का तस रहा। इसके अलावा हर रोज समय पर आने वाली दूध की गाड़ी मंगलवार को घंटो देरी से पहुंची। जिसके चलते दुग्ध वितरण प्रणाली से जुड़े लोगों के साथ ही आम जनता को खासी असुविधा का सामना करना पड़ा। वहीं शाम के समय दूध डेयरियों पर भी लोगों की भीड़ दिखी। जानकारी के अनुसार हिट एंड रन कानून के तहत नए प्रावधानों पर बस, ट्रक सहित अन्य बड़े वाहन के चालकों ने विरोध दर्ज कर आंदोलन की राह अपनाई है। क्योंकि, कानून में नए प्रावधानों के तहत दोषी पाए जाने पर वाहन चालक को 10 साल तक की सजा और 7 लाख रूपए तक जुर्माना लगाया जा सकता है। इसी कड़ी में ड्रायवरों की तीन दिवसीय हड़ताल के चलते गांव से लेकर शहरों तक परिवहन व्यवस्था पर बुरा असर हुआ है।
पंपों पर खचाखच भीड़
इधर, मंगलवार को शहर के दो पेट्रोल पंपो पर पेट्रोल उपलब्ध होने की खबर के बाद उन दोनों जगहों पर लोग अपने-अपने वाहन लेकर पहुंच गए। जिसके चलते पंप पर भीड़ का माहौल निर्मित हो गया। इस दौरान वितरणकर्ता को मशक्कत करनी पड़ी।
बैठक में आवश्यक निर्देश
उधर, पेट्रोल की आपूर्ति एवं वितरण व्यवस्था को बनाए रखने के उद्देश्य से कलेकटर ऋषि गर्ग ने मंगलवार को पंप संचालकों के साथ बैठक की। इस दौरान आवश्यक बिन्दूओं पर चर्चा की। जिसमें पेट्रोल-डीजल की आपूर्ति तथा उसके संतुलित वितरण पर फोकस रहा।
आपूर्ति जारी, अफवाहों पर ध्यान ना दें
पेट्रोल-डीजल की किल्लत को लेकर तरह-तरह के कयासों का बाजार गर्मा गया। इस बीच प्रशासन ने पंप संचालकों के साथ बैठक कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया, वहीं आवश्यक दिशा-निर्देश प्रदान किए। इसी दिन जिला आपूर्ति अधिकारी ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर लोगों से अपील की है। अधिकारी ने कहा कि जिले में पेट्रोलियम पदार्थो की आपूर्ति निरंतर जारी रहेगी। जिससे पेट्रोल-डीजल की दिक्कत नही होगी। लोग अफवाहों पर जरा भी ध्यान ना दें। यह भी कहा कि आवश्यकता के अनुरूप पेट्रोल-डीजल क्रय करें, ताकि व्यवस्था ना बिगड़े। वहीं एक-दो दिन नितांत जरूरत पड़ने पर पेट्रोल-डीजल कार उपयोग करें। इन सब प्रयासों से पुन: व्यवस्था पटरी पर नजर आएगी।
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