खंडवा, ओंकारेश्वर। वर्ष 2023 के अंतिम दिन और वर्ष 2024 के पहले दिन ओंकारेश्वर में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ने से सभी व्यवस्थाएं ध्वस्त हो गई। भीड़ के साथ ही मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव के प्रोटोकाल और सुरक्षा व्यवस्था के लिए प्रशासन की सख्ती श्रद्धालुओं और पर्यटकों के लिए परेशानी की वजह बन गई।
सीएम नहीं गए दर्शन करने

जिले के ज्योतिर्लिग ओंकारेश्व के दर्शन के लिए देशभर से आए दर्शनार्थियों को भीड़ और अव्यवस्था की वजह से दर्शन तो दूर मंदिर तक पहुंचना भी मुश्किल हो गया। लोग मूलभूत सुविधाओं को तरस गए। कई लोग तो ओंकारेश्वर पहुंचने से पहले ही वापस लौटने को विवश हुए।
जारी है सिलसिला
नव वर्ष भगवान की शरण मे मनाने के लिए श्रद्धालु और पर्यटक के आने का सिलसिला से चल रहा है। मुख्यमंत्री के भी ओंकाररेश्वर पहुंचने से आम लोगों की परेशानी प्रशासन की सख्ती ने और बढ़ा दी। श्रद्धालुओं की संख्या लगातार बढ़ने से ट्रैफिक जाम की स्थिति बन गई।
मोरटक्का में यातायात को रोकना पड़ा
छोटे वाहनों की संख्या इतनी अधिक हो गई थी कि प्रशासन को कई बार मोरटक्का में यातायात को रोकना पड़ा। पार्किंग के लिए मोरटक्का से ओंकारेश्वर तक खेतों में वाहनों को पार्क करना पड़ा। परिवार के साथ दर्शन के लिए आए लोग मूलभूत सुविधाओं को तरस गए। बच्चों को दूध-पानी तक नसीब नहीं हो सका। इस तरह की भीड़ पांच जनवरी तक बनी रहने की संभावना है।
स्वजन के साथ गुंजारीमाल पहुंचे मुख्यमंत्री
ओंकारेश्वर के दौरे पर स्वजन के साथ आए मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव ने नव वर्ष के पहले दिन सोमवार को जिले के गुंजारीमाल टापू का भ्रमण किया। यहां वन विभाग द्वारा ईको पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए पर्यटन केंद्र विकसित किया है। डीएफओ राकेश कुमार डामोर ने उन्हें आवश्यक जानकारी दी। इस दौरान कलेक्टर अनूप कुमार सिंह, पुलिस अधीक्षक बीरेंद्र सिंह, डीएफओ सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।
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