एक ही समय में दो जगह अपराध और रामपुर पुलिस दोनों स्थान पर मौजूद
अनूपपुर। जिले के राम नगर पुलिस स्टेशन में सबसे ज्यादा मामले दर्ज होते हैं। आप यह जानकर अचंभित हो जाएंगे कि यहां की पुलिस को सब की जानकारी रहती है। कहां कौन सा अपराध होने वाला है या कौन करने वाला है। यह करीब एक वर्ष के दौरान की गई कार्रवाई का लेखा जोखा है।
80 मामले में दर्ज अपराध में बतौर गवाह शामिल हैं
जलेंद्र गुप्ता और रवि कुमार साहू ऐसे गवाह हैं जो अब तक अस्सी मामले में दर्ज अपराध में बतौर गवाह शामिल हैं। ये सच्चाई पुलिस का रिकार्ड ही बोल रहा है। थाना रामनगर में दर्ज आंकड़ों के अनुसार जलेंद्र और रवि दोनों ने एक ही समय में 8 किमी दूर दो अपराध स्थलों पर मौजूद थे।कार्यकर्ता भूपेंद्र सिंह ने उनके 80 से अधिक एफआईआर में स्वतंत्र गवाह के रूप में पेश होने की शिकायत दर्ज की है। दोनों सभी (80 अपराध) होते हुए नहीं देखा है।
ग्राम रक्षा समिति का सदस्य, गवाह बनकर सहयोग करते हैं
कभी-कभी वह थाने में बैठकर (गवाह के तौर पर) हस्ताक्षर कर देते है,तो कभी वहां पहुंच भी जाते हैं।कार्यकर्ता भूपेंद्र सिंह बताया कि पुलिस अधिकारियों के पास इस मामले की शिकायत की है। इन्हें ग्राम रक्षा समिति का सदस्य भी बनाया गया है और ये पुलिस को गवाह बनकर सहयोग करते हैं।अनूपपुर जिला मुख्यालय से लगभग 50 किमी दूर बारतराई इलाके में एनडीपीएस अधिनियम के तहत एक प्राथमिकी दर्ज की गई थी।
पुलिस अधीक्षक जितेंद्र पवार बोले- मैं दिखवाता हूं यह कैसे हुआ
पुलिस कार्रवाई चली। एफआइआर के अनुसार गुप्ता और साहू स्वतंत्र गवाह थे। उसी दिन और उसी समय, इन दोनों को पुलिस स्वतंत्र गवाह के रूप में फुलकोना जंगल के पास एक जुए के अड्डे पर छापेमारी के लिए ले गई, जो बारतराई से 7.5 किमी दूर है।गुप्ता और साहू एक छापे के गवाह कैसे हो सकते हैं यदि वे एक ही समय में एक अलग अपराध स्थल पर लगभग 8 किमी दूर थे। इस मामले में पुलिस अधीक्षक जितेंद्र पवार का कहना है कि यह मामला मेेरे जानकारी में आया है। मैं दिखवाता हूं यह कैसे हुआ।
अपराधों का लेखा जोखा लेकर 15 अगस्त 2023 तक का
लगभग 90% अपराध एमपी के अनूपपुर जिले के राम नगर पुलिस स्टेशन में दर्ज होते हैं। अपराधों का लेखा जोखा से लेकर है। अगर आप क्राइम एंड क्रिमिनल ट्रैकिंग नेटवर्क एंड सिस्टम्स पर अपलोड किए गए डेटा पर नजर डालेंगे तो पता चलेग कि एक ही समय में 8 किमी दूर दो अपराध स्थलों पर मौजूद थे।
शिकायत करने वाले ने बताया कि दोनों स्वतंत्र गवाह हैं
वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के पास शिकायत दर्ज कराने वाले कार्यकर्ता भीपेंद्र सिंह ने बताया कि गुप्ता और साहू स्वतंत्र गवाह हैं, जिन्होंने पुलिस स्टेशन में 75 से अधिक एफआइआर दर्ज कराई हैं। जब गुप्ता से पूछा तो उन्होंने बताया कि वह कई मामलों में गवाह थे। एक दो सवाल पूछे तो फोन काट दिया।