अनोखा तीर, हरदा। एलपीजी घरेलू गैस कनेक्शन वाले उपभोक्ताओं को अब ई-केवायसी कराना जरूरी हो गया है। पेट्रोलियम मंत्रालय ने इसके निर्देश जारी कर दिए हैं। इसके तहत उपभोक्ता को अपने आधार कार्ड और कनेक्शन डायरी के साथ संबंधित गैस एजेंसी ऑफिस जाना है और वहां फ्री में उनका ई-केवायसी किया जाएगा। चूंकि यह बायोमेट्रिक केवाईसी है, इसलिए जिस व्यक्ति के नाम पर कनेक्शन है, उसे खुद ही वहां उपस्थित होना पड़ेगा। जिले की कई एजेंसियां उपभोक्ताओं की सुविधा के लिए सब एजेंट या हॉकर्स को भी डिवाइस देकर घर-घर ई-केवायसी करा रहीं हैं। केंद्र सरकार एलपीजी उपभोक्ताओं को सब्सिडी दे रही है। वहीं नियमित सब्सिडी के अलावा अब प्रदेश सरकार भी लाड़ली बहना योजना की हितग्राहियों को 450 रुपए की सब्सिडी दे रही है। ऐसे में उस गैस कनेक्शन का असली उपभोक्ता कौन है, इसका वेरिफिकेशन करवाने के उद्देश्य से ही केंद्र और राज्य सरकार ने ई-केवायसी का निर्णय लिया है। ताकि असली उपभोक्ता को लाभ मिले और यदि कोई अन्य उस कनेक्शन का उपयोग कर रहा है तो उसे लाभ न मिले। यह तो योजना वाली सब्सिडी की बात हो गई। लेकिन सभी उपभोक्ताओं को केंद्र सरकारी की और से भी नियमित सब्सिडी दी जाती है। उसके लिए भी ई-केवायसी की आवश्यकता महसूस की जा रही है।
सभी एजेंसियों में निशुल्क रूप से हो रही ई-केवायसी
इस ई-केवायसी का कोई शुल्क नहीं है। एजेंसी कार्यालय जाने पर यह एक तरह से फ्री सेवा है। आधार कार्ड को गैस कनेक्शन से लिंक करने के साथ ही थंब इंप्रेशन या फिर फेस डिटेक्टर के जरिए इसे अपडेट किया जा रहा है। एजेंसी कार्यालय के साथ ही सब एजेंट या हॉकर्स को भी डिवाइस दिए गए हैं, ताकि एक साथ कहीं भीड़ नहीं बढे और उपभोक्ताओं को असुविधा न हो। इसलिए उपभोक्ता अपने यहां आने वाले हॉकर्स से भी संपर्क कर ई-केवाईसी की प्रक्रिया पूरी करवा सकते हैं। पहले इसकी आखिरी तारीख 31 दिसंबर थी, लेकिन अब इसे बढ़कर 26 जनवरी कर दिया गया है। यदि इसके बाद भी कुछ ई-केवाईसी रह जाते हैं तो तारीख को आगे बढ़ाया जा सकता है।
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