भोपाल- स्टेट टाइगर स्ट्राइक फोर्स भोपाल म.प्र. एवं अधिनस्थ क्षेत्रीय इकाई जबलपुर एवं नर्मदापुरम के द्वारा अलग अलग स्थानों पर कार्यवाही की गई। जिसमें डिन्डोरी एवं अयोध्या उ.प्र. से 02 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।
उल्लेखनीय है कि पूर्व में वन अपराध प्रकरण क्रमांक 237/08 वन्यप्राणी बाघ का शिकार एवं उसके अवयवों की तस्करी का पर्दाफाश करते हुये टाइगर स्ट्राइक फोर्स जबलपुर के द्वारा 04 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया एवं एक अन्य आरोपी विगत 6 माह से फरार था जिसे डिन्डोरी म.प्र. से गिरफ्तार किया हैं। अन्य प्रकरण क्रमांक 237/11 दुर्लभ प्रजाति के कछुये (इंडियन टेन्ट टर्टल्स) की ट्रेन से तस्करी वाले प्रकरण में 03 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था। इसी कड़ी में विगत 03 माह से फरार अन्य आरोपी को अयोध्या उ.प्र. से गिरफ्तार कर माननीय न्यायालय नर्मदापुरम के समक्ष पेश किया गया।
वन्यप्राणी बाघ के शिकार एवं उसके अवयवों की अंतराज्यीय तस्करी के प्रकरण क्रमांक 237/10 में संगठित बावरिया गिरोह के 1 अन्य आरोपी को केन्द्रीय जेल चन्द्रपुर महाराष्ट्र से प्रोडक्शन वारंट पर माननीय न्यायालय नर्मदापुरम के समक्ष पेश किये जाने उपरांत रिमांड पर लिया जाकर बाघ के शिकार एवं उससे अवयवों में लिप्त गिरोह के अन्य सदस्यों के संबंध में विस्तृत पूछताछ की गई एवं आरोपी को तमिलनाडु राज्य में बाघ के शिकार वाले स्थान पर ले जाकर आवश्यक कार्यवाही की गई। प्रकरण में पूर्व में कुख्यात अंतर्राष्ट्रीय तस्कर कल्ला बावरिया को गिरफ्तार किया था। जिसके विरूद्ध भारत एवं नेपाल राष्ट्र में बाघ के शिकार एवं उसके अवयवों की तस्करी के कई प्रकरण दर्ज है।
समस्त आरोपियों पर वन्यजीव (संरक्षण) अधिनियम 1972 यथा संशोधित 2022 की विभिन्न सुसंगत धाराओं में 03 प्रकरण पंजीबद्ध किये गये। प्रकरण में गिरोह के अन्य आरोपियों के संलिप्त होने के साक्ष्य प्राप्त हुए है तथा प्रकरण में अग्रिम विवेचना जारी है।
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