– हिन्दू समाज में धर्म के प्रति जनजागरण
अनोखा तीर, हरदा। अयोध्या सेे साधु संतो के सानिध्य में मुख्यालय पहुंची अक्षत कलश यात्रा दौरान पूरा वातावरण भक्तिमय हो गया। स्थानीय सरस्वती शिशु मंदिर में कलश यात्रा का पड़ाव था। जहां गुरूवार को सुबह से कलश की पूजा-अर्चना व दर्शन का दौर प्रारंभ हुआ, जो घंटो जारी रहा। इस बीच हिन्दू संगठन के सदस्यों ने हनुमान चालीसा का पाठ भी किया। इस मौके पर शहरवासियों समेत दूरदराज ग्रामों से यहां पहुंचे लोगों ने कलश के दर्शन किए। इस दौरान बड़ी संख्या में महिला-पुरूष व युवा मौजूद थे। इस अवसर पर शहर में विशाल शोभायात्रा भी निकाली। जो प्रमुख मार्गो से होकर गुजरी। इस दौरान महिलाओं ने पीले वस्त्र तथा पुरूषों ने सफेद वस्त्र पहनकर यात्रा में शामिल हुए। साथ ही शोभायात्रा में सम्मलित लोगों ने भगवा पगड़ी पहन रखी थी, वहीं हाथों में धर्मध्वजा लहरा रहे थे। जिससे पूरा वातावरण भगवान श्रीराम की भक्ति में डूबा हुआ नजर आया। आयोजन के बारे में जानकारी देते हुए विश्व हिंदू परिषद के जिला अध्यक्ष गिरजाशंकर राजपूत ने बताया कि श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र अयोध्या में श्री रामलला मंदिर में प्राण-प्रतिष्ठा निमित्त साधु-संतो द्वारा पूजित अक्षत कलश यहां पहुंचा। जिसमें पवित्र नदियों का जल समाहित है। इसके यहां पहुंचने पर हिन्दू संगठन के साथ ही आम जनमानस में उत्साह एवं हर्षोल्लास दिखाई दिया। सभी ने कलश की पूजा कर दर्शन प्राप्त किए। तत्पश्चात शहर में भव्य शोभायात्रा निकाली गई। जिसमें पूज्य संत एवं अखिल भारतीय संत समिति के महामंत्री महामंडलेश्वर हनुमानदास महाराज सोडलपुर, महामंडलेश्वर स्वामी प्रकाशानंद बागदी संगम, महंत रत्नानंद महाराज जिजगांव कुटी, महंत हनुमान महाराज नीमगांव सहित जिले के समस्त मठ मंदिर से धर्म आचार्यो की सक्रिय सहभगिता रही।
प्राण-प्रतिष्ठा को लेकर उत्साह
अयोध्या में रामलला के प्राण-प्रतिष्ठा समारोह को यादगार बनाने के उद्देश्य संत-महात्त्माओं की अगुवाई में विभिन्न धार्मिक आयोजनों का क्रम जारी है। इसी क्रम में पवित्र नदियों का जल संग्रहित करने के लिए कलश यात्रा भ्रमण पर है। इसको लेकर हिन्दू संगठनों के साथ ही धर्मप्रेमियों में खासा उत्साह देखने को मिला। जो गुरूवार को कलश यात्रा यहां पहुंचने पर हिन्दूत्व समागम में तब्दील हुआ है।
शंखनाद से शोभायात्रा का शुभारंभ
इससे पहले पं अनुज तिवारी के शंखनाद से शोभायात्रा का शुभारम्भ हुआ। अनुज ने सतत शंखनाद के माध्यम से उपस्थित लोगों से प्रशंसा हासिल की। तत्पश्चात अक्षत कलश शहर भ्रमण निकला। आगे-आगे 51 महिलाएं कलश लेकर चल रही थी। इस बीच जय-जय श्री राम तथा हर हर महादेव के जयकारे लगाए गए। इस दौरान शोभायात्रा पर शहरवासियों ने पुष्पवर्षा कर आत्मीय स्वागत भी किया। अंत में भगवान श्री राम एवं भक्त हनुमान की आरती के साथ शोभायात्रा का समापन हुआ।
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