भोपाल- रबी सीजन पीक पर है ऐसे में किसानों को खाद की कमी न हो इसके लिए पर्याप्त व्यवस्था करें। आंतरिक वितरण व्यवस्था भी सुचारू रूप से जारी रखे। किसानों को खाद के लिए लाईन न लगाना पड़े, इसके अलावा मावठे की वर्षा होने की संभावना के चलते यूरिया का भरपूर स्टॉक रखें, क्योंकि मांग तेजी से बढऩे की संभावना है। यह निर्देश म.प्र. के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंत्रालय में कृषि एवं सहकारिता विभाग के अधिकारियों को दिए। वे खाद वितरण की समीक्षा कर रहे थे।
बैठक में बताया गया कि खाद का स्टॉक पर्याप्त है। यूरिया, डीएपी, एनपीके, एसएसपी पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। विपणन संघ के 422 विक्रय केंद्र संचालित हैं। विपणन सहकारी समितियां के 154 विक्रय केंद्रों से नगद उर्वरक विक्रय आरंभ किया गया है। इसके अलावा विपणन सहकारी समितियां द्वारा अतिरिक्त 92 विक्रय केंद्र संचालित हैं। किसानों के लिए टोकन व्यवस्था की जा रही है। साथ ही लगभग आठ हजार निजी विक्रेताओं द्वारा भी खाद की बिक्री की जा रही है।
प्रदेश में अब तक 28.68 लाख टन यूरिया मिला है, इसमें से 23.20 लाख टन की बिक्री की गई है। 5 लाख टन यूरिया वर्तमान में उपलब्ध और इसी माह में लगभग 2 लाख टन यूरिया और आ रहा है। इसी प्रकार डीएपी 14.50 लाख टन उपलब्ध था, इसमें से 13 लाख टन किसानों को वितरित किया गया है। एनपीके 5.66 लाख टन आया और 3.91 लाख टन वितरित किया गया है।
अब तक म.प्र. में रबी फसल की 81 लाख 71 हजार हेक्टर में बोनी हो चुकी है, जो पिछले साल से 5.33 प्रतिशत अधिक है। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा कि मौसम विभाग के मुताबिक अगले दो तीन दिन में प्रदेश में वर्षा की संभावना है। इसके बाद यूरिया की मांग बढ़ेगी। सभी केंद्रो पर पर्याप्त उपलब्धता और उचित वितरण व्यवस्था की जाए।