भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद- आईसीएआर ने तमिलनाडु में कुड्डालोर के तटों पर खोजी गई स्नेक ईल की एक नई पहचानी गई प्रजाति का आधिकारिक तौर पर वर्णन किया है। यह अनोखी प्रजाति, जिसे ओफ़िचथस “नेवियस” नाम दिया गया है, एक लैटिन शब्द है जिसका अर्थ है ‘धब्बेदार’ या ‘मोल्स से चिह्नित’, इसका नाम इसकी पृष्ठीय सतह पर विशिष्ट काले धब्बों के कारण पड़ा है।
इस प्रजाति का प्रमुख नमूना अब लखनऊ में राष्ट्रीय मछली संग्रहालय और भाकृअनुप-नेशनल ब्यूरो ऑफ फिश जेनेटिक रिसोर्सेज (एनबीएफजीआर) के भंडार में रखा एवं सूचीबद्ध किया गया है। इसके अतिरिक्त, प्रजाति का नाम औपचारिक रूप से ज़ूबैंक में पंजीकृत किया गया है, जो इंटरनेशनल कमीशन ऑन जूलॉजिकल नॉमेनक्लेचर के तहत नामकरण के लिए आधिकारिक ऑनलाइन भंडार है।
इस स्नेक ईल की खोज, जो भारतीय जल में जीनस ओफ़िचथस की विविधता को कुल 14 प्रजातियों को जोड़ने तक उसे समृद्ध करती है।