अनोखा तीर, हरदा। पूर्व मुख्यमंत्री, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने 2018 में मध्य प्रदेश की भोली भाली जनता के बीच में जाकर झूठे वचन पत्र लेजाकर सभी वर्गों को गुमराह किया गया। कांग्रेस की सरकार बनी तो हम यह कर देंगे, हम वह कर देंगे। अपने वचन पत्रों में स्व सहायता समूह की बहनों को कहा था कि सरकार बनते ही आपका लोन माफ कर दिया जाएगा। लेकिन मैं पूछता हूं कि आज तक हुआ क्या, युवाओं को हर महीने 4000 रुपए बेरोजगारी भत्ता दिया जाएगा, पर मैं पूछता हूं क्या युवाओं को बेरोजगारी भत्ता मिला। युवाओं को गुमराह किया गया, किसानों पर कमलनाथ बोले थे 2 लाख तक का कर्ज माफ किया जाएगा। मैं पूछता हूं कि किसानों का कर्ज माफ हुआ क्या। किसानों को गुमराह किया और जैसे ही कमलनाथ सत्ता में आए और भाजपा सरकार द्वारा चलाई जा रही थी जन कल्याणकारी योजनाओं को बंद कर दिया। संबल योजना बंद कर दी गई, अंतर्दृष्टि के 5 हजार बंद कर दिए गए।
कमलनाथ ने वल्लभ भवन को दलालों का अड्डा बना रखा था
जैसे ही 2018 में झूठ बोलकर गुमराह करके सत्ता में आए कमलनाथ मुख्यमंत्री बने तो 18 महीने तक वल्लभ भवन को दलालों का अड्डा बना कर रखा था। सभी कांग्रेसियों को काम पर लगा दिया था कि जाओ कमीशन लाओ और प्रदेश को लूट बिना कमीशन के कोई काम नहीं हुए। पूरे समय वल्लभ भवन में बैठकर दलालों के साथ मिलकर प्रदेश को लूटते रहे। अब यह कांग्रेसी और कमलनाथ जब रात को सोते हैं तो सपने देख रहे हैं किधर से आएगी सत्ता, कैसे आएगी सत्ता, रात रात भर सपने देख रहे हैं पर कांग्रेसी और कमलनाथ आपके सपने कभी पूरे नहीं होने वाले हैं। आप लोग सपने देखते ही रहो क्योंकि कांग्रेस ने फिर वचन पत्र लेकर आई फिर जनता को गुमराह करने की कोशिश कर रही है। लेकिन अब जनता आपके गुमराह और बहकावे में नहीं आने वाली है। क्योंकि जनता ने एक बार धोखा खा लिया है अब आपके बहकावे में नहीं आने वाली है। क्योंकि जो आप सपने देख रहे हो की सत्ता आए फिर कमीशन और वल्लभ भवन को फिर दलालों का अड्डा बना लेंगे पर अब ऐसा कुछ होने वाला नहीं है।
कांग्रेसी कर रहे हाय सत्ता-हाय सत्ता
कांग्रेसी कर रहे हाय सत्ता-हाय सत्ता, हाय सत्ता। किधर से आए सत्ता, कैसी आए सत्ता में लगे है। चुनाव आया और फिर कांग्रेसी सक्रिय हो गए हैं और कांग्रेसी चाह रहे हैं झूठ बोल गुमराह करो बहकाओ और सत्ता में आओ पर मैं कांग्रेसियों को कहना चाहता हूं कि कांग्रेसियों तुम हाय सत्ता, हाय सत्ता करते रहो पर अब तुम्हारे हाथों में सत्ता आने वाली नहीं है।