मध्य प्रदेश में 17 नवंबर के दिन विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। इसको लेकर जब तारीखों का ऐलान किया गया था तभी आचार संहिता लागू कर दी गई थी। वहीं इसका उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश भी दिए गए थे, लेकिन उसके बाद भी कुछ कर्मचारियों द्वारा आचार संहिता का पालन नहीं किया गया और उसका उल्लंघन किया गया। जिसके बाद उन पर गाज गिरी।
बताया जा रहा है कि मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर शहर में लगातार सिविजिल कक्षा में आचार संहिता के उल्लंघन की शिकायत ऑनलाइन और ऑफलाइन मॉड से पहुंच रही है। इसी दौरान हाल ही में मिली शिकायतों में तीन कर्मचारियों पर गाज गिरी है। दरअसल इसमें राहु के दो पटवारी और एक आबकारी अधिकारी शामिल हैं जिन्हें इंदौर कलेक्टर द्वारा मुख्यालय में लाइन अटैच किया गया है।
तुरंत किया जा रहा शिकायतों का निराकरण
जानकारी के मुताबिक, आचार संहिता के उल्लंघन की करीब 157 शिकायतें बीते दिन पहुंचीं। ऐसे में तुरंत सभी शिकायतों का निराकरण कर दिया गया। ऐसे में बीजेपी और कांग्रेस द्वारा भी शिकायत प्राप्त हुई जिस पर कार्रवाई की गई।
बता दे, कांग्रेस द्वारा शिकायत की गई थी कि कांग्रेस पार्टी ने राऊ में पदस्थ सत्येंद्र सिसौदिया के काफी लंबे समय से क्षेत्र में तैनात रहने और बीजेपी के कर्मचारी से अच्छे संबंध होने की बात कही, वहीं बीजेपी के सहयोगी विकास चौहान की शिकायत लिखित में प्राप्त हुई है। वहीं पूर्व आबकारी अधिकारी नितिन आशापुरे की भी शिकायत प्राप्त हुई थी जिसके बाद तीनों के खिलाफ कार्रवाई की गई और तीनों को लाइन अटैच किया गया।