बीजेपी की पांचवी सूची जारी होने के साथ कई स्थानों पर विरोध के स्वर उठने भी शुरु हो गए हैं। नीमच की मनासा विधानसभा सीट पर पार्टी ने अनिरूद्ध मारू पर दूसरी बार भरोसा जताया है। नीमच और मनासा की सीट पर पहले से ही काफी खींचतान चल रही थी और अब प्रत्याशियों के नामों की घोषण के बाद पूर्व मंत्री व मनासा से विधायक रहे कैलाश चावला ने उनके नाम पर विरोध जताते हुए खुलकर बगावत कर दी है। उन्होने कहा है कि अगर पार्टी उम्मीदवार बदलने पर पुनर्विचार नहीं करेगी तो क्षेत्र से निर्दलीय उम्मीदवार उतारा जाएगा।
उम्मीदवार पर भ्रष्टाचार का आरोप
कैलाश चावला ने कहा कि अनिरूद्ध मारू को उम्मीदवार बनाना लोकमत और जनमत के खिलाफ है। उन्होने कहा कि मारू के पांच साल के आचरण ठीक नहीं रहा और क्षेत्र में आतंक और भ्रष्टाचार का बोलबाला रहा है। स्थानीय लोग परेशान हैं, न तो उन्हें संगठन की समझ है। पूर्व मंत्री ने कहा कि ‘उनका सिर्फ एक सूत्रीय कार्यक्रम चल रहा है, गालियां दो दबाव बनाओ और अपना काम निकालो।’ वर्तमान विधायक पर पैसों की वसूली का आरोप लगाते हुए उन्होने कहा कि इस कारण कार्यकर्ता प्रताड़ित हो चुका है, नाराजगी है और मुक्ति पाना चाहता है।
निर्दलीय उम्मीदवार उतारने की चेतावनी
पूर्व मंत्री ने कहा कि जबसे अनिरूद्ध मारू का नाम घोषित हुआ है, उनके पास हजारों फोन आ गए हैं जिसमें कहा जा रहा है कि पार्टी से उम्मीदवार बदलने का आग्रह किया जाए। इसी के साथ उन्होने कहा कि इस मामले पर एक बैठक की गई जिसमें तय किया गया है कि वो इस गलत निर्णय को स्वीकार नहीं करेंगे। इसी के साथ उन्होने कहा कि वो पार्टी से उम्मीदवार बदलने का आग्रह करेंगे कि एक बागी को टिकट देकर पार्टी के कार्यकर्ताओं का शोषण करना भारतीय जनता पार्टी के सिद्धांतों के खिलाफ है। इसी के साथ उन्होने कहा कि 26 अक्टूबर को एक सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है और वहां विचार विमर्श कर निर्णय लिया जाएगा कि आगे क्या कदम उठाना है। चावला ने कहा कि पहले वो पार्टी से आग्रह करेंगे कि वो अपना फैसला बदले और लोगों की मंशानुरूप सही प्रतिधिनि उतारा जाए। लेकिन अगर पार्टी ने उनकी बात नहीं उन्होने क्षेत्र से निर्दलीय उम्मीदवार उतारने की बात कही है।