उर्वरक के लिए परेशान न हों किसान : चंद्रावत

schol-ad-1

 

अनोखा तीर, हरदा। उपसंचालक कृषि एमपीएस चन्द्रावत ने बताया कि जिले में विभिन्न प्रकार के उर्वरक पर्याप्त मात्रा उपलब्ध हैं। उन्होने बताया जिले में रबी वर्ष 2023-24 हेतु यूरिया उर्वरक 13208 मीट्रिक टन, डीएपी 16455 मीट्रिक टन, सिंगल सुपर फास्फेट 3868 मीट्रिक टन, म्यूरेट ऑफ पोटाश 348 मीट्रिक टन एवं एनपी के 2427 मीट्रिक टन उपलब्ध है। आज जिले में दिनांक को जिले में रबी वर्ष 2023-24 हेतु यूरिया 2617 मीट्रिक टन, डीएपी 160 मीट्रिक टन, एमएपी 662 मीट्रिक टन, एनपी के 12:32:16 36.1 मीट्रिक टन, एमओपी 222.25 मीट्रिक टन एवं एसएसपी 868.9 मीट्रिक टन उपलब्ध है। सिराली तहसील में रबी वर्ष 2023-24 हेतु यूरिया उर्वरक 482.26 मीट्रिक टन, डीएपी 685 सिंगल सुपर फास्फेट 344.55 मीट्रिक टन, म्यूरेट ऑफ पोटाश 110.65 मीट्रिक टन एवं एनपीके 64.1 मीट्रिक टन उपलब्ध हुआ है। आज दिनाक को सिराली तहसील में रबी वर्ष 2023-24 हेतु यूरिया 49.385 मीट्रिक टन, डीएपी 45 मीट्रिक टन, एमओपी 17 मीट्रिक टन एवं एसएसपी 179.9 मीट्रिक टन उपलब्ध है। उपसंचालक कृषि श्री चन्द्रावत ने बताया कि सिराली तहसील ही नहीं वरन सपूर्ण जिले में जिला प्रशासन के निर्देशन में राजस्व एवं कृषि विभाग के अधिकारियों की निगरानी में उर्वरक वितरण कराया जा रहा है, सभी कृषकों को मांग अनुसार उर्वरक उपलब्ध हो रहा है। उर्वरक विक्रेताओं को उर्वरक नियंत्रण आदेश 1985 में विनिर्दिष्ट प्रावधानों के तहत उर्वरक वितरण करने की सख्त हिदायत दी गई है। यदि किसी प्रकार की कोई अनियमितता पायी जाती है तो उनके विरुद्ध दण्डात्मक कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने बताया कि जिले में अतिशीघ्र डीएपी उर्वरक की रैक प्राप्त होना प्रस्तावित है, जिससे सिराली तहसील में भी डीएपी उर्वरक उपलब्ध कराया जाएगा। वर्तमान में कृषक बंधु खरीफ फसल की कटाई उपरांत खेतों की बखरनी कर रहे है। लगभग 7 दिवस पश्चात चने की बोनी तथा 12-15 दिन पश्चात गेहूं की बोनी जिले में प्रांरभ होगी। उर्वरक वितरण सबंधी किसी भी प्रकार की अनियमितता पाए जाने पर अथवा शिकायत मिलने पर कृषि विभाग उर्वरक विक्रेताओं के विरूद्ध कड़ी दण्डात्मक कार्यवाही करेगा।

Views Today: 2

Total Views: 68

Leave a Reply

लेटेस्ट न्यूज़

MP Info लेटेस्ट न्यूज़

error: Content is protected !!