मुख्यमंत्री कृषक मित्र योजना तत्काल आरंभ होगी – मुख्यमंत्री श्री चौहान
किसानों ने बनाया मध्यप्रदेश को कृषि में अव्वल
मप्र के शरबती गेहूं, चिन्नोर चावल को मिली ग्लोबल पहचान
नमिता बनी पहली हितग्राही
3 एचपी या अधिक क्षमता के स्थाई पंप कनेक्शन के लिए होगा 11के.वी. लाइन का विस्तार
योजना में समस्त सामग्री सहित विस्तार कार्य और इसका संधारण विद्युत वितरण कंपनी द्वारा किया जाएगा। इस कार्य का 50 प्रतिशत व्यय शासन द्वारा और 50 प्रतिशत कृषक या कृषक समूह द्वारा वहन किया जाएगा।
कुशाभाऊ ठाकरे सभागृह में हुए राज्यस्तरीय कार्यक्रम में मुख्यमंत्री चौहान ने हरदा जिले के ग्राम जिनवानिया की श्रीमती नमिता रनवे और भैंरूदा सीहोर के प्रेमनारायण पंवार के आवेदन भरवाकर योजना में नामांकन की प्रक्रिया आरंभ की। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि योजना का क्रियान्वयन तत्काल आरंभ किया जा रहा है।
राज्य स्तरीय कार्यक्रम में किसान कल्याण एवं कृषि विकास मंत्री कमल पटेल तथा ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर उपस्थित थे। प्रदेश के सभी जिले कार्यक्रम से वर्चुअली जुड़े। अतिथिगणों को तुलसी का पौधा भेंटकर उनका स्वागत किया गया।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि किसान हमारे अन्नदाता के साथ-साथ हमारे प्राणदाता भी हैं। वे यदि खेतों में ना खपें तो हमारा जीवन दो-चार दिन भी नहीं चल पायेगा। किसानों की मेहनत, त्याग और तपस्या ने ही मध्य प्रदेश को कृषि क्षेत्र में देश में अव्वल बनाया है। हमारे शरबती गेहूं, चिन्नोर चावल को अंतरराष्ट्रीय पहचान मिल रही है। प्रदेश में 2002-03 में खाद्यान्न उत्पादन 159 लाख मैट्रिक टन था, जो अब बढ़कर 619 लाख मैट्रिक टन हो गया है।
सरकार ने किसानों के लिए 0% ब्याज पर ऋण के साथ-साथ पर्याप्त बिजली और सिंचाई की व्यवस्था की है। हर किसान को सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध कराना हमारा संकल्प है। केन बेतवा लिंक परियोजना को स्वीकृति प्राप्त हो गई है, इससे प्रदेश में सिंचाई का रकबा और बढ़ेगा। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि हमारी सरकार किसान कल्याण में कोई कसर नहीं छोड़ेगी। वर्षा से यदि कहीं नुकसान हुआ है तो किसान चिंता ना करें, उन्हें सर्वे करा कर सहायता उपलब्ध कराई जाएगी।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि वे किसानों को नई सौगातों के संबंध में जल्दी मिलेंगे। किसान के सुख-दु:ख की चिंता करना हमारा धर्म है। मैं शीघ्र ही पुन: किसानों से मिलने वाला हूँ, उनके खातों में मुख्यमंत्री किसान निधि से दो-दो हजार रुपये जारी करना हैं, बीमा की राशि जारी करनी है, इसके साथ ही किसानों और भी सौगातें देना है। प्रदेश में पर्याप्त वर्षा हुई है, पर्याप्त उर्वरक उपलब्ध है, विद्युत आपूर्ति भी आवश्यकतानुसार हो रही है। अत: चिंता की कोई बात नहीं है। अन्नदाता सुखी रहेगा और सरकार किसानों की सेवा करती रहेगी।
हर खेत को पानी देंगे
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि एक जमाना था जब केवल तीन से चार घंटे बिजली मिलती थी। एक जमाना था जब फसलें खेत में सूखतीं थीं। प्रदेश में बिजली का कुल उत्पादन मात्र 2900 मेगावाट था। आज प्रदेश में 29 हजार मेगावाट से अधिक बिजली का उत्पादन हो रहा है। सिंचाई क्षमता 7 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 47 लाख हेक्टेयर हो चुकी है, 65 लाख हेक्टेय़र से अधिक क्षेत्र को संचित करना हमारा लक्ष्य है। हम अपने संकल्प के अनुरूप हर खेत को पानी देंगे।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि कुछ दिन पहले वर्षा न होने के कारण चिंता की स्थिति बनी थीं, पानी की कमी के काऱण खेत में दरारें पड़ गईं थी, बिजली की मांग अप्रत्याशित रूप से बढ़ रही थी। ऐसा लग रहा था मानों हम अकाल की तरफ बढ़ रहे हैं। इस परिस्थिति में मैंने बाबा महाकाल से प्रार्थना की, आप सब भी इस प्रार्थना में शामिल रहे। भगवान की कृपा से हमारे तालाब, बांध आदि सब भरें हैं, अब कोई चिंता नहीं है। यह सत्य है कि “धर्मात्मा सरकार चलाते हैं तो परमात्मा भी प्रसन्न होते हैं”
वरदान सिद्ध होगी मुख्यमंत्री कृषक मित्र योजना – मंत्री श्री तोमर
ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने कहा कि मुख्यमंत्री कृषक मित्र योजना किसानों के लिए वरदान सिद्ध होगी। किसान भाई योजना का लाभ लें और कृषि उत्पादन बढ़ायें। मंत्री तोमर ने योजना के क्रियान्वयन के लिए मुख्यमंत्री चौहान का आभार माना।