यह बात गलत हैहरदा
यह बात गलत है….
आप जो यह तस्वीर देख रहे हैं, वह शहर के गुलजार भवन के पास का नजारा है। जहां आसपास ठेले लगाकर धंधा करने वाले लोग यहीं पर कचरे को जला देते हैं। जिसके चलते आसपास का वातावरण प्रदूषित हो जाता है। इसको लेकर स्थानीय रहवासियों के साथ-साथ दुकानदार भी खासे परेशान हैं। वहीं दूसरी ओर इस तरह की अव्यवस्था को लेकर नगर प्रशासन गंभीर नही है। यही वजह है कि लोगों के हौंसलें बुलंद हैं। वे अपनी मनमानी को अंजाम देने से नही चूकते हैं। इस बारे में लोगों का कहना है कि एक तरफ जहां ठेलों के आसपास गंदगी का अंबार लग जाता है, वहीं ठीक पीछे अधूरा गुलजार भवन असमाजिक तत्वों की शरणस्थली बना हुआ है। यहां देर रात तक लोगों का जमघट लगा देख सकते हैं। इन्हीं सब वजहों के चलते लोग कह ही दते हैं, कि यह बात गलत है।