खंडवा :- जिले के मांधाता विधानसभा क्षेत्र के किसानों ने माइक्रो उदवहन सिंचाई योजना में विसंगति का आरोप लगाते हुए मुंदी सनावद रोड़ पर चक्काजाम किया। किसानों का कहना है कि नवीन माइक्रो उदवहन सिंचाई योजना से लाभ नहीं मिल रहा है। साथ ही तय मापदंड पर पॉइंट भी नहीं छोड़े गए हैं। समझाइश पर चक्काजाम खत्म हुआ है, तो वहीं अफसरों का कहना है कि माइक्रो उदवहन सिंचाई परियोजना को लेकर किसानों में भ्रांतियां हैं। किसानो को योजना को लेकर जागरूक किया जाएगा।
मांधाता विधानसभा में तीन नवीन माइक्रो उदवहन सिंचाई योजनाओं कोदबार, भुरलाय और चांदेल का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। आज ही इनकी टेस्टिंग भी की गई।
इससे पहले कोदबार उदवहन सिंचाई परियोजना के अंतर्गत आने वाले भमोरी में किसान व ग्रामीण सड़क पर उतर गए। मुंदी सनावद रोड़ पर इन्होंने चक्काजाम किया। इनका कहना है कि किसानों को पानी के लिए ढाई हेक्टेयर की बजाय 5 हेक्टेयर पर पॉइंट यानी कुंडी छोड़े जा रहे है। इससे किसानों को पानी के लिए खुद के खर्च पर पाइप डालना पड़ेगी। वहीं इन्होंने बताया कि पाइप लाइन भी कई जगह से फूटी है, पानी का प्रेसर भी बहुत कम है।
इस मामले में विपक्ष भी सामने आया है। विपक्ष का आरोप है कि जनता को त्रस्त कर अधिकारी मस्त हैं। कांग्रेस नेता उत्तमपाल सिंह ने कहा कि आज चक्काजाम में हमने भी साथ दिया है, अब भी सुधार नहीं हुआ तो आगे बड़ा आंदोलन करेंगे। उधर, खंडवा कलेक्टर इस योजना को लेकर किसानो में भ्रंतिया होने की बात कह रहे हैं। उन्होंने कहा कि योजना को लेकर किसानों में जागरूकता की कमी है, किसानों को योजना को लेकर जल्द जागरूक किया जाएगा।
चक्काजाम के बाद नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण के अधिकारियों ने किसानों से चर्चा की। 9 जून को किसानों के साथ समन्वय बैठक भी रखने की बात कही है। अब देखना होगा कि किसानों को उदवहन सिंचाई योजना का कितना लाभ मिलता है।
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