अनोखा तीर, हरदा। मप्र सहकारिता विभाग कार्यपालन कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष आरपी सोलंकी के नेतृत्व में कलेक्टर के माध्यम से सहकारिता आयुक्त भोपाल को एक ज्ञापन सौंपा गया। इस दौरान उपाध्यक्ष डीके भारद्वाज, कोषाध्यक्ष यूएस राठौर, सचिव सुधीर मोने, सदस्य रामचन्द्र अहिरवार मौजूद थे। इसमें उन्होंने वर्ष 2016 से लगातार लंबित मांगों एवं वेतन विसंगति के बारे में अवगत कराया। इनमें सहकारी निरीक्षक एवं वरिष्ठ सहकारी निरीक्षक का वेतनमान एक समान होने से वरिष्ठ सहकारी निरीक्षक के पद को अंकेक्षण अधिकारी के पद में संविलियन हेतु बताया। उपअंकेक्षक संवर्ग के कर्मचारियों का वेतन छठवें वेतनमान में वर्तमान में ग्रेड पे 2400 है। जो अन्य विभागों में समकक्ष प्रचलित वेतनमान से अत्यधिक कम होने एवं सहकारी निरीक्षक का वेतनमान उन्नयन होने से काफी वेतन विसंगति है। इसलिए उप अंकेक्षक वर्ग का वेतनमान ग्रेड पे 3200 करने के आदेश जारी किए जाएं। इसी प्रकार सहकारिता विभाग सहित अन्य विभागों के अधिकारियों कर्मचारियों को समयमान वेतनमान के आधार पर विभागीय पदोन्नति समिति द्वारा उच्चपद का लाभ देकर पदनाम एवं प्रभार दिया जाए। गत दो-तीन दशक से यहां पर कर्मचारी एक ही पद पर कार्य कर रहे हैं। यहां तिलहन संघ से आए उपअंकेक्षक के पद पर पदस्थ कर्मचारियों को प्रतिनियुक्ति दिनांक से ही शासन के कर्मचारी मानकर नियमानुसार समयमान एवं वेतनमान के लाभ प्रदान किए जाएं।
कर्मचारियों ने दी आंदोलन की चेतावनी
सहकारिता कर्मचारियों ने चेतावनी दी है कि आगामी 21 अप्रैल तक मागें स्वीकार न होने पर हम चरणबद्ध आंदोलन करेंगे। इसमें 1 सप्ताह काली पट्टी बांधकर शासकीय कर्तव्य का निर्वहन करेंगे। इसके बाद 2 मई से 4 मई तक प्रदेश के सभी सहकारी कर्मचारी सामूहिक आकस्मिक अवकाश पर रहकर अपना विरोध प्रदर्शन करेंगे। इसके बाद भी यदि हमारी मांगे मंजूर नहीं होती हैं तो संपूर्ण प्रदेश के कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने के लिए बाध्य होंगे।
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