अनोखा तीर, हरदा। प्रदेश भारतीय जनता युवा मोर्चा के अध्यक्ष वैभव पंवार के निर्देशानुसार 6 अप्रैल से प्रदेश की सभी ग्राम पंचायतों में युवा वार्ड चौपाल का आयोजन किया जाना है। इसके तहत राज्य की लगभग 23 हजार ग्राम पंचायतों में युवा चौपाल लगाने की रणनीति बनाई गई है। इसमें नए वोटरों को आमंत्रित कर उनका सम्मान किया जाएगा। किंतु हरदा जिले में एक सप्ताह बाद भी कोई कार्ययोजना नहीं बनाई गई है। ज्ञात हो कि इन युवा चौपाल में युवाओं को केंद्र व राज्य सरकार की उपलब्धियां गिनाने के साथ 2003 से पहले के प्रदेश की स्थिति, बिजली-पानी की कमी, गड्डों में तब्दील सड़कों की जानकारी दी जानी है। इस बारे में जब दैनिक अनोखा तीर ने मोर्चे के जिला प्रवक्ता राजू सिरोही से जानकारी मांगी तो उन्होंने अध्यक्ष विजय जेवल्या से पूछकर बताने को कहा। बहरहाल देर शाम भी मोर्चे की ओर से प्रदेश आलाकमान के कार्यक्रम पर अमल होने की कोई सूचना नहीं मिली है।
यह थी प्रदेश युवा मोर्चे की रणनीति
प्रदेश भाजयुमो द्वारा बनाई चुनावी रणनीति अनुसार युवाओं की वार्ड चौपालों का आयोजन किया जाना था। इसमें 2018 के बाद जिन युवा मतदाताओं के नाम वोटर लिस्ट में जुड़े हैं, उन्हें जागरूक करना प्रमुख है। इन चौपालों में कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के 1993 से 2003 तक के कार्यकाल की जानकारी देना था। याद रहे कि वर्ष 2003 में भाजपा ने सड़क, बिजली और पानी के मुद्दे पर ही सरकार बनाई थी। जो नए वोटर जुड़े हैं, उस समय ये युवा काफी छोटे थे। प्रदेश में भाजपा कार्यकाल में ही इनका जन्म हुआ है। अत: इनको उस समय के कांग्रेस शासन की कोई जानकारी नहीं है। अब इन्हें दिग्विजय सिंह के कार्यकाल के समय की समस्याएं, यूपीए सरकार के घोटालों की याद दिलाई जाएगी। ज्ञात हो कि 2014 से पहले के केंद्र में हुए घोटालों, जैसे 2जी स्पेक्ट्रम घोटाला, कॉमनवेल्थ घोटाला, काले धन को लेकर जो स्थिति की जानकारी भी दी जाना था। भाजपा सरकार के दौरान राम जन्मभूमि मंदिर और धारा 370 को हटाने जैसे मुश्किल मुद्दों को हल करने के निर्णय की भी जानकारी दिए जाने का प्लान था। मगर जिले के युवा मोर्चे ने तय कार्यक्रम के एक सप्ताह बाद भी कोई योजना नहीं बनाई। और न ही कोई आयोजन शुरू किए।