अनोखा तीर, हरदा। रबी सीजन में गेहूं चना और रायडा सहित अन्य जिन्स का कटाई कार्य पूरा होने के बाद क्षेत्र के किसान मूंग की बुआई में जुट गए थे। जिससे निवृत्त होते ही अब किसानों ने मंडी का रूख कर लिया है। जी हॉ, हम बात कर रहे हैं हरदा मंडी की। जहां सोमवार को फसल नीलामी के लिये एक दिन पहले यानि रविवार को मंडी फुल हो गई है। यहां सभी शेड़ खचाखच भर चुके हैं, वहीं सैकड़ों ट्रेक्टर-ट्राली जगह की जुगत में खड़ी हैं। ऐसी ट्रालियां अगर नंबर पाने में सफल रही तो ठीक अन्यथा अगले दिन यानि मंगलवार तक उन्हें मंडी में रूकना पड़ेगा। प्राप्त जानकारी के अनुसार रविवार 16 अप्रैल को शाम होने से पहले सभी शेड़ भर चुके थे। इनमें सबसे ज्यादा ट्रालियां गेहूॅ की है, जिसके करीब 4 शेड़ भरा गये हैं। जबकि एक शेड़ में चना बेचने वाले किसानों की ट्रालियां लगी हैं। इसके अलावा अन्य शेड में भी ट्रालियां लग गई हैं।
गेहूं – चना का भाव ….
कृषि उपज मंडियों में इन दिनों समर्थन मूल्य के आसपास का भाव मंडी में मिल रहा है। दो दिन पहले हरदा मंडी में गेहूॅ न्यूनतम १८५० तथा अधिकतम २२९५ रूपए क्विंटल बिका। गेहूॅ का मॉडल भाव २१२० दर्ज हुआ। चना 4००० से 4920 जिसका मॉडल भाव ४७२० के साथ थोड़ा नीचे रहा। वहीं सोयाबीन 4300 से 5300 रूपये जिसका मॉडल भाव ५२३० रहा है। इसी तरह शनिवार को टिमरनी मंडी में गेहूॅ का न्यूनतम1900 रूपये तथा अधिकतम २२८८ रूपये क्विंटल बिका है। मॉडल भाव २१३५ दर्ज हुआ। यहां चना ३४०० से ४७८१ रूपए भाव के साथ समर्थन मूल्य से नीचे रहा।
एक नजर में आवक….
हरदा मंडी में दो दिन पहले करीब 28 हजार बोरे की आवक दर्ज हुई थी। कवेल गेहूॅ की 20 हजार क्विंटल से अधिक आवक रही। वहीं एक दिन पहले यानि शनिवार को टिमरनी मंडी में 10 हजार बोरे से अधिक की आवक रही। इतनी ही आवक खिरकिया मंडी की रही। यहां भी गेहूॅ की आवक शीर्ष पर रही। जबकि हरदा में चना की आवक 1 हजार बोरे तथा सोयाबीन 12०० बोरे की आवक रही। वहीं टिमरनी में चना और सोयाबीन दोनों ढ़ाई सौ से तीन सौ क्विंटल मंडी में आया था।
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