अनोखा तीर, हरदा। स्वाधीनता के अमृत महोत्सव के अंतर्गत स्वामी विवेकानंद शासकीय महाविद्यालय हरदा की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के द्वारा नेतृत्व विकास पर एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का संचालन करते हुए राष्ट्रीय सेवा योजना छात्र इकाई प्रभारी डॉ.सीपी गुप्ता ने बताया कि आज सभी क्षेत्रों में नेतृत्व की अति आवश्यकता है और नेतृत्व का गुण हमारी संचार क्षमता, वाक संयम, दूसरों के साथ संबंध, समन्वय पर निर्भर करते हैं। संस्था की प्राचार्य डॉ.संगीता बिले ने कहा कि आज का युवा विद्यार्थी भटकाव के दौर से गुजर रहा है, यदि वह अपने अंदर छिपे हुए व्यक्तित्व और नेतृत्व को विकसित कर लेता है तो आने वाले समय में वह शासकीय और निजी सेवाओं में ना केवल कर्मचारी के रूप में बल्कि संस्थाओं को उचित नेतृत्व प्रदान कर अपने और संस्थाओं के विकास में उल्लेखनीय भूमिका निभा सकता है। सहायक प्राध्यापक डॉ.राकेश सिंह परस्ते ने कहा कि नेतृत्वकर्ता का प्रमुख धर्म है कि वह अपने अधीनस्थों के मध्य कमांड क्रमश: और सरलतम भाषा में प्रस्तुत करे, जिससे कि अनुयाई आसानी से उनका अनुसरण कर सकें। बसंत सिंह राजपूत ने कार्यशाला को संबोधित करते हुए कहा कि संवाद और संपर्क हमारी सभी समस्याओं का आखरी समाधान है, हमें अपने जीवन में इसे जरूर उतारना चाहिए। अंत में आभार व्यक्त करते हुए राष्ट्रीय सेवा योजना छात्रा इकाई प्रभारी डॉ रश्मि सिंह ने कहा कि लीडर को हर कार्य में लीड करना चाहिए और कार्य के द्वारा प्रेरित करना चाहिए ना कि शब्दों से।
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