अनोखा तीर, बैतूल। जिले में कक्षा 10वीं एवं 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं प्रारंभ हंै और इसके साथ ही सामूहिक नकल जैसे गंभीर मामले भी सामने आ रहे हैं। किंतु इस बार प्रशासन नकल प्रकरण को लेकर गंभीर है। हाल ही में बैतूल में सामूहिक नकल मामले में प्राचार्य से लेकर चपरासी तक कुल 22 कर्मचारी सामूहिक नकल में संलिप्त पाए गए। इनमें से 15 शिक्षकों को तत्काल सस्पेंड कर दिया गया। प्राचार्य सहित कुल चार सीनियर शिक्षकों के निलंबन का प्रस्ताव कमिश्नर को भेजा गया है और संविदा शिक्षक एवं दैनिक वेतन भोगी चपरासी की सेवाएं समाप्ती के निर्देश दिए गए हंै। शिक्षा विभाग के परीक्षा प्रभारी सुबोध शर्मा ने बताया कि सोमवार ६ मार्च को कक्षा 12वीं का भौतिक शास्त्र, अर्थशास्त्र एवं अन्य वैकल्पिक विषयों का प्रश्नपत्र था। जिलास्तरीय उडऩदस्ता दल द्वारा शासकीय उमावि प्रभुढाना स्थित परीक्षा केन्द्र का निरीक्षण किया। जिसमें पाया गया कि शासकीय उमावि प्रभुढाना में बनाए केंद्र पर शासकीय उमावि प्रभुढाना एवं शासकीय उमावि चुनालोहमा के परीक्षार्थी परीक्षा दे रहे थे। इन्हीं दोनों शालाओं के पांच शिक्षक एवं परीक्षा केन्द्र पर भृत्य का कार्य कर रहे एक व्यक्ति, परीक्षा केन्द्र के 100 मीटर की परिधि में स्थित प्राथमिक शाला भवन के कक्ष में बैठकर प्रश्न पत्र में आए प्रश्नों के लिए नकल सामग्री तैयार करते हुए पाए गए। जबकि परीक्षा केंद्र से 100 मीटर के दायरे में अनाधिकृत रूप से किसी की भी उपस्थिति प्रतिबंधित है।
इसके साथ ही परीक्षा कार्य में उसी शाला के शिक्षक, शिक्षिकाओं को पर्यवेक्षण कार्य सौंपने की मनाही है। इसके बावजूद वे वहां मौजूद थे। निरीक्षण दल द्वारा प्राथमिक शाला भवन के कक्ष में उपस्थित शिक्षक, शिक्षिकाओं के कथन लिए गए। मौके पर कक्ष में पाई गई पाठ्यपुस्तकें, विषय की गाईड, कागज कार्बन, जिन पर नकल बनाए जाने का कार्य किया जा रहा था, तथा मोबाइल जब्त कर पंचनामा बनाया गया। इतना ही नहीं, केन्द्राध्यक्ष, सहायक केन्द्राध्यक्ष द्वारा मोबाइल फोन निर्धारित समय में पंचनामा बनाकर अलमारी में सील बंद कर नहीं रखे गए थे। प्राथमिक शाला के कक्ष में पाए गए मोबाइल पर आज का ही प्रश्नपत्र स्कैन प्रति में पाया गया। परीक्षा कार्य से जुड़े भृत्य, प्राथमिक शाला कक्ष एवं परीक्षा भवन के मध्य आते जाते पाया गया। इस संदर्भ में कलेक्टर अमनबीर सिंह बैंस द्वारा कड़ी कार्यवाही करने के निर्देश दिए गए। इस समग्र प्रक्रिया में एक हाईस्कूल प्राचार्य, दो उच्च माध्यमिक शिक्षक, पांच माध्यमिक शिक्षक, 10 प्राथमिक शिक्षक, एक संविदा शाला शिक्षक एवं तीन भृत्य कुल 22 लोक सेवकों को तत्काल प्रभाव से निलम्बित, सेवा समाप्त किए जाने के निर्देश सहायक आयुक्त आदिम जाति कल्याण विभाग को दिए गए। जबकि एक माध्यमिक शिक्षक पर निलंबन की कारवाई जिला शिक्षा अधिकारी के माध्यम से भेजे गए प्रस्ताव पर होगी। परीक्षा केन्द्र उमावि प्रभुढाना के केन्द्राध्यक्ष, सहायक केन्द्राध्यक्ष सहित शासकीय हाईस्कूल चिखली (भीमपुर) के केन्द्राध्यक्ष को तत्काल हटाए जाने के निर्देश जारी किए गए। शिक्षा विभाग के उच्च माध्यमिक शिक्षक को निलम्बित किए जाने के निर्देश दिए गए। तीन उच्चतर माध्यमिक शिक्षक एवं एक प्राचार्य हाईस्कूल के निलम्बन के प्रस्ताव आयुक्त स्तर पर प्रेषित किए गए। सहायक आयुक्त अजाक विभाग द्वारा कलेक्टर के माध्यम से पांच माध्यमिक शिक्षक के निलम्बन के आदेश जारी करते हुए 10 प्राथमिक शिक्षक एवं दो भृत्य को तत्काल प्रभाव से परीक्षा जैसे संवेदनशील कार्य में लापरवाही बरतने के कारण निलम्बन किए जाने के आदेश जारी किए गए। एक संविदा शाला शिक्षक एवं एक दैनिक वेतन भोगी भृत्य की सेवाएं समाप्त करने की कार्रवाई की गई।