– 15 दिनों से हर रात आ रही ऐसी आवाज
– घरवालों के साथ-साथ पड़ोसी भी हैरान
क्या कभी आपने किसी घर की दीवार से हर रोज एक जैसी आवाजें आते हुये सुना है? अगर नहीं तो ये रहस्यमय आवाज शहर के वार्ड क्रमांक 28 में यादव छात्रावास के नजदीक एक मकान में सुनी जा सकती है। बशर्त, उसके लिये देर रात तक जागना होगा। क्योंकि, दीवार पर ठोकने व घीसने की आवाज रात 11 बजे या उसके बाद ही सुनाई देगी। एक तरफ जहां संबंधित परिवार इस बात को लेकर चिंतित है, वहीं दूसरी ओर वे समझ नहीं पा रहे कि आखिर क्या कदम उठायें? क्योंकि उनका भी मानना है कि मामले की गुत्थी सुलझे। अगर कोई तकनीकि खामी या किसी की शरारत हो तो वह सामने आए। यदि वास्तव में कोई रहस्य है, तब तो मामले से पर्दा उठना बेहद जरूरी है।
वार्ड क्रमांक 28 स्थित वह घर
वह दीवार, जो करती है आवाज
रितेश त्यागी, हरदा। शहर का वार्ड क्रमांक 2८! यहां यादव छात्रावास के नजदीक एक मकान की सामने वाली दीवार से हर रोज अजीबो-गरीब आवाज आ रही हैं। ये पूरा घटनाक्रम बीतें 15 दिनों से चल रहा है। शुरू-शुरू में परिवारजनों ने इसे सामान्य आवाज मानकर नजरअंदाज किया। लेकिन, जब ये आवाज हर रोज सुनाई देने लगी तो उनकी चिंता बढऩे लगी। आवाज आते समय पूरा घर, छत व आस-पड़ोस में घूम-घूमकर देखा। किंतु, दूर-दूर तक ऐसा कुछ भी दिखाई नही दिया, जो यह सिद्ध करें कि आवाज यहां से आ रही है या आ रही होगी। इसके बाद आस-पड़ोस तथा करीबी लोगों को घर बुलाकर ये आवाज सुनाई। उन्होंने सुनी, हैरानी भी जताई। बावजूद, समाधानजनक मार्ग नही मिला। जिस पर चलकर दूध का दूध और पानी का पानी किया जा सके। ऐसी स्थिति में अब, परिवार के सदस्यों ने पूरा मामला प्रशासन के समक्ष रखने का मन बनाया है, ताकि एन-केन प्रकारेण इसकी तह तक पहुंचा जा सके। जी हां, ये कोई कहानी-किस्सा या चटकारे लेने कोई मजाकिया बात नही है, बल्कि उस परिवार की आपबीती है। जिससे वह हर रात रूबरू हो रहे हैं। दैनिक अनोखा तीर ने इसकी पड़ताल की तो मालूम हुआ कि वार्ड क्रमांक 28 के निवासी सत्येन्द्र यादव के घर की दीवार से ठक-ठक और खरररररर-खरररररर की आवाज सुनाई दे रही है। ये आवाजें रात 11 बजे के बाद सुनाई देती हैं। स्थिति यह है कि दीवार से लगे कमरे में सोना मुहाल हो गया है। रात के सन्नाटे में ये आवाज पूरे घर में गूंजती हैं। इतना ही नहीं, घर के बाहर खड़े होकर भी ये आवाजें साफ-साफ सुनी जा सकती हैं।
डेढ़ दशक पुरानी दीवार
परिवार के मुखिया सत्येन्द्र यादव ने बताया कि पिछले 12-15 दिनों से आवाजें आ रही हैं। उन्होंने बताया कि डेढ़ दशक पहले यानि वर्ष २००७ में मकान का निर्माण हुआ था। उसी समय ये दीवार बनाई थी। इतने सालों में कभी इस तरह की आवाजें नही आई। लेकिन, कुछ दिनों से ठोकने व घींसने जैसी आवाजों ने चिंता में डाल रखा है।
आवाज से नींद में खलल
सत्येन्द्र यादव के छोटे भाई शैलेन्द्र के मुताबिक उसका कमरा दीवार से लगा हुआ है। देर रात शुरू होने वाली आवाज कमरे में गूंजती है। जिसके चलते नींद में खलल होता है। हालांकि गहरी नींद लगने के बाद आवाज सुनाई नही देती है। उन्होंनें यह भी बताया कि ये आवाज केवल रात के समय आ रही है। दिनभर ऐसा कुछ भी महसूस नही होता है।
मौसम की वजह से समय आगे-पीछे
सत्येन्द्र यादव के मुताबिक एक पखवाड़े से इस गुत्थी की तह तक जाने के लिये हर दिशा में सोच चुके हैं। आखिर आवाजें आ कहां से रही हैं, ये बात पकड़ में नही आ रही है। इसके लिये कई तरह के जतन कर चुके हैं। परंतु , इन सबके के बीच एक बात कुछ अजीब लगी है। वह यह कि दीवार से आवाज आने का समय आगे-पीछे होता रहता है। इसकी वजह मौसम प्रतीत हुआ है। ऐसा इसलिये, क्योंकि जिस दिन ठंड कम रहती है, उस दिन आवाज थोड़ी देरी से सुनाई देती हैं। वहीं जिस दिन ठंड तेज रहती है, उस रोज आवाज जल्द सुनने को मिलती है। उसी से इस बात का अंदाजा लगाया है। हालांकि, ये सब विवेचना अथवा शोध का विषय लगता है। देखना होगा कि कब तक ये आवाजें आएंगी और इस पूरे मामले को लेकर आखिर कौन आगे आएगा ?