शिक्षा के मंदिर कहे जाने वाले स्कूलों की दुरुस्ती हो जिसमें आने वाला भविष्य निर्माण होता है ऐसे शिक्षा के मंदिर में हम कार्य अधूरा छोड़ते हैं तो हम हमारे भविष्य से खिलवाड़ कर रहे है ऐसा ही मामला मेढा छिंदवाड़ा के मेढा ढाना की प्राथमिक शाला का है इस स्कूल में छोटे-छोटे बच्चे पढ़ने आते हैं बच्चे स्कूल में बैठे एवं सुरक्षित रहे तो बाउंड्री वाल की सुविधा सरकार ने दी परंतु रहनुमाओं द्वारा इस कार्य को अधूरा छोड़ दिया है जिससे आम जनों सहित पालको में रोष है परंतु सुने कौन की कहावत चरितार्थ हो रही है सभी मेढाढाना वासियों ने बीआरसी आठनेर से मांग की है कि यह बाउंड्री वाल का निर्माण तुरंत हो जिससे हमारे नौनिहालों का भविष्य सुरक्षित रहे इस संबंध में कई पालक को ने बताया कि डामर रोड वाली सड़क किनारे यह स्कूल है हम बच्चों को स्कूल तो भेज देते हैं परंतु हमें यह डर रहता है कि हमारा बच्चा स्कूल में सुरक्षित रहे वह रोड पर खेलने ना आए नहीं तो किसी दिन कोई हानि हो जाए इसलिए बाउंड्री वाल होने से बच्चे 10:00 से 5:00 तक स्कूल परिसर में अंदर ही रहेंगे और छुट्टी होने के बाद ही वह रोड से हमारे घरों को आ जाएंगे इसलिए हमें कभी भी डर बना रहता है हम इस संबंध में बीआरसी के अधिकारी से यह बाउंड्री वाल जो अधूरी पड़ी है उसे तुरंत पूरी करने की मांग लेकर आए थे उन्होंने हमें आश्वस्त किया कि हम यह बाउंड्री वाल को तुरंतपूरी करवा देंगे
*क्या कहते हैं अधिकारी है*
इस संबंध में बीआरसी आठनेर श्री धाकड़ सर से दूरभाष पर हुई चर्चा में उन्होंने बताया मेढाढाना की प्राथमिक शाला की बाउंड्री वाल अधूरी है मैं स्वयं देखने गया था इस जल्दी पूरा करने हेतु निर्माण एजेंसी से कह दिया गया है वे जल्द ही काम प्रारंभ कर के बाउंड्री वाल को पूर्ण कर देंगे