अनोखा तीर, हरदा। क्षेत्र में सोयाबीन की फसल में तना मक्खी, पीला मोजेक सहित अन्य रोग देखने को मिल रहे हैं। इसकी शिकायत मिलने के बाद गुरूवार को कृषि अधिकारी एवं कृषि विज्ञान केंद्र का दल विभिन् न ग्रामों में पहुंचा। जहां किसानों के खेतों का भ्रमण कर स्थिति को करीब से देखा। वहीं उसके निदान की दिशा में उचित मार्गदर्शन प्रदान किया है। उपसंचालक कृषि एमपीएस चन्द्रावत ने बताया कि गुरूवार 1 सितम्बर को ग्राम मोहनपुरा, सिरकंबा, रहटा खुर्द, रिछारिया और उड़ा में निदान भ्रमण किया। भ्रमण दौरान सोयाबीन में तना मक्खी, पीला मोजेक, सफेद मक्खी और राईजोक्टओनिया बहायव्य झुलसा का प्रकोप देखा गया है। इन सभी कीट एवं रोग प्रबंधन के लिए बाईटेसी फ्लूट्रीन, इमीडेक्लोप्रिड का प्रति एकड़ 140 एमएल छिडक़ाव करने की सलाह दी गई, ताकि उक्त रोगों पर तुरंत नियंत्रण पाया जा सके। इसके अलावा अन्य दवाओं का 50 एमएल प्रति एकड़ छिडक़ाव करने की बात कही। इस मौके पर कृषि विभाग के अधिकारी एवं कृषि वैज्ञानिकों के साथ ही संबंधित किसान मौजूद रहे।
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