नगर पालिका में कौन बनेगा अध्यक्ष चल रहा मंथन

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नगर पालिका में अध्यक्ष-उपाध्यक्ष पद के लिए भोपाल से दिल्ली तक की दौड़ शुरु हो गई है। पार्षद की बाधा पार करने के बाद अब नगर पालिका अध्यक्ष पद हासिल करने के लिए दावेदार ऐड़ी चोटी का जोर लगा रहे है। अध्यक्ष पद के लिए दावेदारी कर रहे नेता अपने आकाओं ओर संगठन पदाधिकारियों की चौखट पर मनुहार लेकर पहुंच रहे है। हालांकि दो इस समय प्रबल दावेदार अध्यक्ष के लिए सामने आ रहे है लेकिन उनके अलावा भी दो ओर दावेदार भी अध्यक्ष बनने के लिए ताल ठोक रहे है। ऐसे में कई नामों पर चर्चा तो हो रही है लेकिन दो नाम सबसे अधिक चर्चाओं में है। नगर पालिका अध्यक्ष पद की दौड़ के लिए भाजपा प्रत्याशी छाया जोशीे को सबसे प्रबल दावेदार माना जा रहा है । छाया जोशीे के  साथ ही पुर्व विधायक बाबूलाल महाजन की पुत्रवधु श्वेता कपिल महाजन है। पूर्व विधायक महाजन की पार्टी व संगठन में पकड़ होने के साथ सीधे बड़े नेताओं से भी संपर्क है। ऐसे में वह भी रेस में है।  खरगोन  नपा का अध्यक्ष कोन होगा? इस पर निर्णय प्रदेश से होगा। ऐसे मेें अब अध्यक्ष को लेकर सीएम व प्रदेशाध्यक्ष निर्णय करेंगे। इसी के चलते दावेदार दिल्ली-भोपाल तक दौड़ लगाकर नेताओं से संपर्क करने में लगे है। हालांकि सांसद से लेकर जिलाध्यक्ष की भी सहमति और उनकी रिपोर्ट भी इसमें मायने रखेगी इसलिए इनके साथ ही इनके माध्यम से भी पार्टी व संगठन स्तर पर एप्रोच लगाने में दावेदार लग गए है।
खरगोन : नगरीय निकाय के चुनाव परिणाम सामने आने के बाद अब अध्यक्ष पद के लिए उठापठक शुरू हो गई है। खरगोन में भाजपा को पूर्ण बहुमत मिला है। ऐसे में अध्यक्ष पद के नाम को लेकर सहमति बनने की संभावना जताई जा रही है। नगरीय निकाय चुनाव में कांग्रेस को करारी हार मिली है। खरगोन और करही नगर परिषद के लिए हुए चुनाव में कांग्रेस का सूपड़ा साफ हो गया है। नगर के 33 वार्डों में से 18 वार्ड में भाजपा प्रत्याशी जीते हैं, जबकि सिर्फ 4 वार्ड में कांग्रेस व 7 में निर्दलीय प्रत्याशी जीते हैं। माना जा रहा है कि निर्दलीय भी भाजपा को समर्थन देंगे।
निकाय चुनाव में ऐड़ी-चोटी का जोर लगाने के बाद भाजपा ने कुशल राजनीतिज्ञों के नेतृत्व में बहुमत तो हासिल कर लिया, लेकिन अध्यक्ष पद के लिए एक चेहरे के चयन में सबको पसीना छूट रहा है। परिषद में जीतकर प्रतिनिधित्व करने की होड़ में चुनाव तक भले ही दो नाम सुर्खियों में रहे हों, लेकिन चुनाव होने के बाद अध्यक्ष पद की दौड़ में और दो नाम सामने आ रहे हैं। जिससे भाजपा में अध्यक्ष पद को लेकर दिनों-दिन संशय बढ़ता जा रहा है। संघ और संगठन के बीच अध्यक्ष पद को लेकर पार्षदों की दावेदारी अहम की टकराहट बन गई है। इस पर कोई चर्चा नहीं करना चाहता,लेकिन दबी जुबान विरोध और समर्थन का ही नहीं उकसाने का सिलसिला भी जारी है। भाजपा में अब टक्कर अपनों से यह बात कहने में भले ही अच्छी लगती हो कि अपनों से हारने का भी अलग मजा है,लेकिन सही मायने में हार कोई सहन नहीं करता है। हार से रार ही पैदा होता है। भाजपा के लिए पार्षद के चुनाव से ज्यादा कठिन घड़ी नपा अध्यक्ष के चयन की है। स्थानीय स्तर पर सभी नेता अलग-अलग दिशा में जा रहे हैं। इस चुनाव में ऐड़ी चोटी का जोर लगाकर अपनी बहू को जिताने वाले पुर्व विधायक बाबूलाल महाजन भी असमंजस में हैं। इसलिए भी कि अब टक्कर कांग्रेस से नहीं अपनों से है। कल तक जो साथ में थे अब आमने-सामने हो रहे। नगर पालिका अध्यक्ष पद की दौड़ के लिए भाजपा प्रत्याशी छाया जोशीे को सबसे प्रबल दावेदार माना जा रहा है। 3 बार चुनाव जीतने वाली छाया जोशी वरिष्ठता का दम भरकर अध्यक्ष पद की दौड़ में शामिल होने का दावा कर रही हैं, जबकि श्वेता कपिल महाजन ने शुरूआत से ही अध्यक्ष पद के लिए प्रबल दावेदारी जता रही हैं। इन दोनों नामों पर गहन चिंतन और मंथन चल रहा है। जबकि दो और नए नाम भी उछाले जा रहे हैं। पुर्व विधायक और मंत्री बालकृष्ण पाटीदार के खास राजेश रावत की पत्नी तृप्ति रावत और भाजपा जिलाध्यक्ष के खास लक्की चोपडा की पत्नी पूजा जितेन्द्र चोपडा के नाम चर्चा में आने से भाजपा में अध्यक्ष पद को लेकर खींचतान बढ़ती जा रही है। कल तक जो साथ में थे अब राजनीतिक महत्वकांक्षा से आमने-सामने नजर आ रहे हैं। अब देखना यह है कि इन चारो दावेदारों में कौन बाजी मारता है। ऐसी स्थिति में भाजपा के लिए यह काफी संकट एवं परीक्षा की घड़ी है लेकिन यह माना जा रहा है जिसे राजधानी से हरी झडी मिलेगी वही अध्यक्ष की कुर्सी पर विराजमान होगा।

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