अनोखा तीर, हरदा। म.प्र. राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, जबलपुर के निर्देशानुसार प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश व अध्यक्ष अरविंद रघुवंशी के मार्गदर्शन में 1 दिसंबर विश्व एड्स दिवस के उपलक्ष्य में बुधवार को हामगार्ड कार्यालय, हरदा में एचआईव्ही के संबंध में विधिक जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में उपस्थित न्यायाधीश व सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण हरदा चंद्रशेखर राठौर ने उपस्थित जनों को एड्स की बीमारी तथा एचआईव्ही से होने वाले रोग के लक्षण, कारण एवं बचाव के संबंध में महत्वपूर्ण जानकारी दी। श्री राठौर ने बताया कि विश्व एड्स दिवस हर साल 1 दिसंबर को मनाया जाता है। इसका उद्देश्य एचआईव्ही/एड्स के बारे में जागरूकता फैलाना, इससे जुड़े मिथ्यो को दूर करना, संक्रमित लोगों के प्रति सहानुभूति दिखाना और बीमारी से जान गंवाने वाले को याद करना है। उन्होने बताया कि एड्स की बीमारी ह्यूमन इम्यूनोडेफिसिएंसी सिंड्रोम नामक वायरस के कारण होता है। यह वायरस शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली पर हमला करता है और उसे कमजोर बना देता है, जिससे शरीर सामान्य संक्रमणों और बीमारियों से लड़ने की क्षमता भी खो देता है। एचआईव्ही असुरक्षित यौन संबंध, संक्रमित रक्त, सुईयों का साझा उपयोग एवं माँ से बच्चे में फैलता है। एड्स एक लाईलाज बीमारी है, जिससे बचने का सबसे बेहतर तरीका रोकथाम और जागरूकता है। सुरक्षित यौन संबंध, नियमित जांच, साफ-सुथरी सुईयां, इत्यादि उपायों के द्वारा एड्स से होने वाली बीमारियों से बचा जा सकता है। भारत सरकार राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण कार्यक्रम के माध्यम से रोकथाम, उपचार और देखभाल में महत्वपूर्ण प्रगति कर रही है जिसमें मुफ्त एचआईव्ही परीक्षण और एंटीरेट्रोवाइरल थैरेपी ए.आर.टी. शामिल है। कार्यक्रम में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी एचपी सिंह, समन्वयक आरवीएसके प्रोग्राम आशीष साकल्ले, काउंसलर जिला एड्स नियंत्रण समिति श्रीमति संगीता सोलंकी, होमगार्ड कार्यालय के स्टॉफ, नागरिकगण तथा पैरालीगल वॉलेंटियर्स सुरेन्द्र कौर उपस्थित रहे।

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