बच्चों की पढ़ाई प्रभावित, शहर सहित जिले के लोग परेशान
अनोखा तीर, हरदा। बिजली विभाग द्वारा रोजाना शहर सहित ग्रामीण क्षेत्र में मेंटनेंस के नाम पर आठ से दस घंटे तक बिजली कटौती की जा रही है। जिसके कारण जिले की जनता खासी परेशान है। बिजली कटौती के कारण कई आवश्यक कार्य अवरूद्ध होते है, जिसके कारण लोगों को आर्थिक नुकसान भी उठाना पड़ रहा है। साथ ही रात के समय कम दिए जा रहे वोल्टेज से विद्यार्थीयों की पढ़ाई भी प्रभावित हो रही है। परीक्षा का समय नजदीक है ऐसे में पढ़ाई का प्रभावित होना कही न कही ग्रामीण क्षेत्र के विद्यार्थियों के परीक्षा परिणाम में विपरित असर डालेगी। वही जिला कलेक्टर को भी इस ओर ध्यान देना चाहिए, क्योंकि उन्होंने स्कूलों को बेहतर परीक्षा परिणाम लोने के आदेश तो दे दिए, लेकिन इस तरह की समस्याएं जो बच्चों की पढ़ाई में बांधा बन रही है इसको भी दूर किया जाना चाहिए। कई महीनों से देखा जा रहा है कि बिजली विभाग द्वारा रोजाना किसी न किसी क्षेत्र में मेंटनेंस का हवाला देकर कटौती की जा रही है। इस दौरान कई क्षेत्र ऐसे है जिनमें तीन से चार बार मेंटनेस का नाम लेकर कटौती की जा चुकी है और आगे भी कटौती नहीं होगी इसका कोई अंदाजा नहीं लगाया जा सकता है। बार-बार बिजली कटौती की जा रही है, पर इस दौरान विभाग ऐसा क्या मेंटनेस कार्य कर रहा है जो तीन-चार बार से अधिक समय में नहीं पुर्ण हो रहा है। सोमवार को मछली फीडर से जुड़े क्षेत्र की बिजली काटी गई जो सुबह ११ बजे से शाम ६ बजे तक बंद रही। यह तो हुई मेंटनेस के नाम पर कटौती, लेकिन इस मछली फिडर से जुड़े ग्रामीण क्षेत्र में रोजाना ही बिजली कटौती की जा रही है, यह किस कारण की जा रही है इसका जवाब किसी के पास नहीं है। कुछ गांवों के यह हाल है दिन में कई बार कटौती होती है और शाम होते ही वोल्टेज कम कर दिया जाता है। बात तो २४ घंटे बिजली देने की होती है, लेकिन विभाग गोलमाल करके कटौती कर ही लेता है। लगातार की जा रही इस कटौती के कारण जिले की जनता में बिजली विभाग के प्रति नाराजगी साफ देखी जा सकती है।
कम वोल्टेज और कटौती से पढ़ाई हो रही प्रभावित
इन दिनों बिजली कटौती और कम वोल्टेज की समस्या से सबसे ज्यादा दिक्कत विद्यार्थियों को हो रही है, कुछ की परीक्षा शुरू हो चुकी है तो कुछ की आने वाले कुछ दिनों परीक्षा शुरू हो जाएगी। ऐसे में विद्यार्थी अपनी परीक्षा की तैयारी में कोई कमी नहीं छोड़ना चाहते, लेकिन उनकी तैयारी में बिजली विभाग की तानाशाही रोड़ा बनकर खड़ी है। ग्रामीण क्षेत्रों में विद्यार्थी जब रात के समय पढ़ाई करने बैठते है तो कम वोल्टेज के कारण वह ठिक से पढाई नहीं कर पा रहे है। बिजली विभाग को कम से कम परीक्षा के समय तो पूरा वोल्टेज देना चाहिए और बिजली कटौती पर भी लगाम लगाना चाहिए। कम वोल्टेज की सबसे ज्यादा समस्या मछली फिडर से जुड़े गांवों में देखने को मिल रही है।
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