5 हजार वर्ग फीट भूमि का स्वास्थ्य विभाग को सौंपा दानपत्र
अनोखा तीर, करताना। एक ओर जहां एक-एक इंच भूमि के लिए भाई-भाई की जान का दुश्मन बन जाता है, तो वहीं मानवता की मिसाल बुजुर्ग महिला ने पेश की। ग्राम छीपानेर निवासी अनसुइयां बाई ने अपने पति स्व. हरनाथ सिंह गाडरी की स्मृति में छीपानेर चिचोट कुटी मार्ग पर स्थित अपनी निजी भूमि में से लगभग 5 हजार वर्ग फीट भूमि उप स्वास्थ्य केंद्र निर्माण हेतु स्वेच्छा से दान में दी। ज्ञात हो कि वर्षों से टिमरनी विकासखंड की ग्राम पंचायत छोटी छीपानेर में स्वास्थ्य सुविधाओं की भवन न होने से कमी चल रही थी। ग्रामीण परेशान हो रहे थे, जिसके चलते प्रशासन उपस्वास्थ केन्द्र भवन निर्माण के लिए भूमि तलाश रहा था। दानदाता अनसुइयां बाई के पुत्र ओमप्रकाश गाडरी ने बताया कि मेरी माता जी की इच्छा थी कि छीपानेर में सभी लोगों को इलाज की सुविधा मिले सके, इसीलिए उन्होंने भूमि दान में दी है। जिसके कारण स्थानीय ग्रामीणों सहित नर्मदा परिक्रमा वासियों और नर्मदा स्नान करने वाले तीर्थ यात्रियों को उचित स्वास्थ्य सुविधा मिलेगी। लंबे समय से दानदाता परिवार अनुविभागीय अधिकारी महेश बडोले, तहसीलदार प्रमेश जैन से संपर्क में थे। राजस्व जांच रिपोर्ट के पश्चात दान प्रक्रिया आज संपन्न हुई। सीबीएमओ डॉक्टर एम के चोरे ने जानकारी देते हुए बताया कि इस भूमि पर स्वीकृत 65 लाख रुपयों की लागत से डबल स्टोरी उपस्वास्थ्य केंद्र भवन का निर्माण होगा, जो आरोग्य केंद्र के रूप में संचालित होगा, जहां पर चिकित्सा स्टाफ सेवा देगा। दानदाता अनसुइयां बाई ने अपने पुत्र ओमप्रकाश गाडरी एवं वरिष्ठ भाजपा नेता समाजसेवी जयंत केकरे, भाजपा नेता घनश्याम गाडरी, अधिवक्ता नारायण बोरसे की उपस्थिति में एसडीम महेश बडोले के समक्ष सीबीएमओ डॉक्टर एमके चोरे को दान पत्र सौंपा। आगामी 4 फरवरी को ग्राम छीपानेर पहुंच रहे मध्य प्रदेश के मुखिया मोहन यादव द्वारा दानदाता अनसुइयां बाई को सम्मानित किया जा सकता है। अन्य लोगों को भी भूमि दानदाता अनसुइया बाई से प्रेरणा मिलेगी, क्योंकि दान में दी हुई भूमि अनमोल है।
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