बैतूल : कलेक्टर नरेन्द्र कुमार सूर्यवंशी के निर्देशानुसार 100 दिवसीय नि-क्षय शिविर अभियान के अंतर्गत जिले में विभिन्न गतिविधियां प्रतिदिन आयोजित की जा रही हैं। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ रविकांत उइके ने बताया कि दिनांक 16 जनवरी 2025 को जिला नोडल अधिकारी डॉ आनंद मालवीय द्वारा स्व-सहायता समूह की महिलाओं को एचआईवी-एड्स की जानकारी, टीबी मुक्त भारत अभियान, 100 दिवसीय नि-क्षय शिविर अभियान के अंतर्गत प्रशिक्षण दिया गया। डॉ मालवीय ने टीबी के मरीज को मिलने वाली निशुल्क दवाइयां, पोषण आहार अंतर्गत प्रतिमाह शासन द्वारा उपचार तक दी जाने वाली 1000/-रू. राशि एवं प्रदाय किये जा रहे फूड बास्केट के बारे में बताया। एआरटी काउंसलर सह डाटा मैनेजर दिनेश भावरकर द्वारा एफआईसीटीसी, आईसीटीसी (एकीकृत परामर्श एवं जांच केन्द्र), एआरटी, (एंटी रेट्रो वायरल थेरेपी सेंटर) से प्रदत सेवाओं, एचआईवी-एड्स कारण एवं बचाव और एचआईवी एण्ड एड्स एक्ट 2017 के संबंध में यह बताया गया।
महिला एवं बाल विकास परियोजना अधिकारी गौतम अधिकारी द्वारा 13 फूड बास्केट टीबी मरीज के लिये जिला क्षय अधिकारी डॉ आनंद मालवीय को प्रदान किये गये। साथ ही कार्यालय महिला एवं बाल विकास विभाग एवं नगर पालिका परिषद् के हाल में अधिकारियों, कर्मचारियों को टीबी मुक्त भारत की शपथ दिलाई गई एवं सभी लोगों को अभियान से जुड़ने हेतु संकल्प दिलवाया।
दिनांक 15 जनवरी 2025 को जिला जेल बैतूल में टीबी स्क्रीनिंग कैंप जिला स्वास्थ्य विभाग एवं पीरामल फाउंडेशन के सहयोग से लगाया गया। कार्यक्रम में स्वास्थ्य विभाग द्वारा टीबी के लक्षण एवं बचाव के उपाय पर चर्चा की गई। 105 बंदियों का चेस्ट एक्स रे एवं 64 सेम्पल कलेक्शन किये गये। टीबी के मुफ्त इलाज एवं योजनाओं की जानकारी दी गई।
उक्त प्रशिक्षण एवं कार्यक्रम में जिला कार्यक्रम प्रबंधक डॉ विनोद कुमार शाक्य, डीपीसी अजय नागले, एआरटी काउंसलर सह डाटा मैनेजर दिनेश भावरकर, आईसीटीसी काउंसलर श्रीमती अनीता लोखंडे प्रमोद दरवाई, सिटी मैनेजर हेमराज मस्तकार, प्रफुल्ल सिंह, सागर बारस्कर, अखिलेश चौहान, अरविंद देशमुख, उज्जवल चौरसे एवं स्व-सहायता समूह की महिलाएं उपस्थित रही।
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