अनोखा तीर, हरदा। प्रेमशंकर रघुवंशी फाउंडेशन द्वारा युवाओं और छात्रों के लिए आयोजित कहानी, कविता और फोटोग्राफी प्रतियोगिता के प्रतिभागियों के पुरस्कार एवं डॉ विनीता रघुवंशी की समीक्षा कृति संवेदना के पहाड़ और पुरस्कृत रचनाओं की स्मारिका अंजुरी 5 का लोकार्पण संपन्न हुआ। कार्यक्रम में अतिथि के रूप में रघुनंदन शर्मा पूर्व उपाध्यक्ष खादी और ग्राम उद्योग बोर्ड, डॉ.सीवी रामन विश्वविद्यालय के कुल सचिव डॉ रवि. चतुर्वेदी और पूर्व पुलिस महानिरीक्षक सतीश सक्सेना उपस्थित थे। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए डॉ.रविकांत चतुर्वेदी ने कहा कि प्रेमशंकर रघुवंशी संवेदनाओं और प्रकृति के कवि थे। उन्होंने नर्मदा और सतपुड़ा पर खूब लिखा। उनकी स्मृति में फाउंडेशन की स्थापना के बाद युवा प्रतिभाओं को पुरस्कृत कर उन्हें मंच प्रदान करने की पहल निश्चित रूप से सराहनीय है और भविष्य में यह जारी रहनी चाहिए। सतीश सक्सेना ने कहा कि परिवार में हिंदी का संवाद के रूप में हाशिये पर जाना हम सब की चिंता का विषय है। दैनिक दिनचर्या में रामचरितमानस जैसे ग्रंथ का पाठ कर हम भाषा और संस्कृति दोनों को बचा सकते हैं, फाउंडेशन ने हरदा में इसे सार्थक रूप प्रदान किया है। अध्यक्षता करते हुए रघुनंदन शर्मा ने कहा कि श्री प्रेमशंकर रघुवंशी ने राजगढ़ में रहते हुए मुझे एक अध्यापक के रूप में मार्गदर्शित किया। राजगढ़ की साहित्यिक को सांस्कृतिक गतिविधियों में आज भी रघुवंशी जी को याद किया जाता है। श्रीमती विनीता रघुवंशी ने हमें यहां बुलाकर सर के साथ की हमारी स्मृतियों को ताजा किया है। हरदा नगर में इस तरह की गतिविधियों से युवा प्रतिभाओं को मार्गदर्शन मिल रहा है यह एक अच्छे भविष्य के संकेत हैं। इस अवसर पर नगर के युवा रचनाकार दुर्गेश नंदन शर्मा को दुष्यंत पुरस्कार और सारंग उपाध्याय को बागेश्वरी पुरस्कार मिलने पर शाल श्रीफल और स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। विजेता प्रतिभागियों को प्रशस्ति पत्र और नगद राशि देकर सम्मानित किया गया। स्वागत भाषण एवं फाउंडेशन का प्रतिवेदन डॉक्टर विनीता रघुवंशी ने प्रस्तुत किया। कार्यक्रम का संचालन ज्ञानेश चौबे एवं अंजू भायरें ने किया। आभार सचिव संजय तेनगुरिया ने माना। इस अवसर पर बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक और साहित्यकार उपस्थिति थे।
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