बैतूल- मध्य प्रदेश जन अभियान परिषद द्वारा चयनित नवांकुर संस्थाओं का दो दिवसीय जिला स्तरीय क्षमता वृद्धि प्रशिक्षण भारत भारती आवासीय विद्यालय बैतूल में गुरुवार से प्रारंभ हुआ। प्रशिक्षण के प्रथम दिवस मध्य प्रदेश जन अभियान परिषद के उपाध्यक्ष मोहन नागर, वरिष्ठ समाजसेवी शिरडी संस्था से डॉ. उपमा दीवान, कृषि विज्ञान केंद्र वैज्ञानिक डॉ. मेघा दुबे का मार्गदर्शन सभी को प्राप्त हुआ। जन अभियान परिषद के उपाध्यक्ष श्री नागर ने आदर्श ग्राम की अवधारणा एवं प्रशिक्षण क्यों आवश्यक है इस पर प्रकाश डालते हुए बताया की संस्थाओं को हमेशा अपने कार्य के प्रति प्रशिक्षित होते रहना चाहिए। प्रशिक्षण में कुछ बातें ज्ञान की प्राप्त होती हैं। हमें विभिन्न लोगों के अनुभव से सीखने को मिलती है। हमारा यह प्रशिक्षण इसी को ध्यान में रखकर बनाया गया है कि हम अपने विषय में पारंगत हो सके।
पंचायती राज अधिनियम की विभिन्न धाराओं की दी जानकारी
जिला समन्वयक श्रीमती प्रिया चौधरी ने प्रशिक्षण कार्यक्रम की रूपरेखा एवं जन अभियान परिषद के परिचय से अवगत कराया। समाजसेवी डॉ उपमा दीवान ने स्वयंसेवी संस्थाओं को विभिन्न प्रोजेक्ट के बारे में विस्तार से बताते हुए कहा कि शासन एवं समाज के बीच में एक सेतु का कार्य जन अभियान परिषद के माध्यम से कर रहे हैं। इसके लिए हमें शिक्षित और कुशलता होना बहुत जरूरी है पंचायती राज अधिनियम के बारे में बताया कि पंचायती राज अधिनियम की विभिन्न धाराओं की जानकारी हमें होना चाहिए। विभिन्न प्रकार के सेक्टर आज सरकार के साथ काम कर रहे हैं। महिलाओं आजीविका मिशन के समूह कार्य कर रहे हैं। हम उनके साथ काम कर सकते हैं। वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक डॉ.मेघा दुबे ने जैविक कृषि के विभिन्न आयामों पर विस्तार से प्रकाश डाला। जैसे वर्मी कंपोस्ट, प्राकृतिक खेती में क्या-क्या उपयोग हो सकता है के बारे में विस्तार से बताया। फसल चक्र कैसे अपनाया जा सकता है। बायो फर्टिलाइजर का उपयोग, रासायनिक करो का असंतुलित उपयोग। उन्होंने कहा कि जैविक खाद को अपनाने के लिए गाय पालन आवश्यक है। एक गाय से लगभग 30 एकड़ में जैविक कृषि की जा सकती है। प्रशिक्षण में प्रतिभागियों द्वारा भारत भारती के गोशाला, जैविक कृषि प्रकल्प, गोबर गैस आदि का भ्रमण भी किया गया। प्रशिक्षण कार्यक्रम में जन अभियान परिषद के समस्त ब्लॉक समन्वयक भी उपस्थित रहे।
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