अनोखा तीर, हरदा। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की पहल पर जेंडर आधारित हिंसा की रोकथाम के लिए जागरूकता अभियान ‘हम होंगे क़ामयाब’ 25 नवम्बर से 10 दिसंबर तक चलाया जाएगा। इस अभियान की शुरुआत महिला बाल विकास मंत्री सुश्री निर्मला भूरिया 25 नवंबर को कुशाभाऊ ठाकरे इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर से प्रात: 10 बजे करेगी। कलेक्टर आदित्य सिंह ने इस अभियान के लिए संबंधित अधिकारियों की ड्यूटी लगाते हुए दिशा निर्देश जारी कर दिए हैं। जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग संजय त्रिपाठी ने बताया कि जेंडर आधारित हिंसा की रोकथाम के लिए जागरूकता अभियान के तहत शौच के लिए जाते समय महिलाओं के उत्पीड़न के मामलों की पहचान कर ऐसे परिवारों को स्वच्छ भारत मिशन के तहत शौचालय स्वीकृत किए जाएंगे। ऐसे परिवारों को तत्काल शौचालय स्वीकृत करने की कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी। विकासखण्ड पर महिलाओं के लिए सामुदायिक शौचालय निर्माण कराए जाएंगे। सभी शासकीय कार्यालयो में कार्यस्थल पर यौन उत्पीड़न निवारण अधिनियम अंतर्गत आंतरिक परिवाद समितियों का गठन किया जाएगा। जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री त्रिपाठी ने बताया कि इस अभियान के तहत सभी स्कूल वाहनों के चालको का चरित्र सत्यापन कराया जाएगा। हम होंगे कामयाब अभियान के तहत सामुदायिक महिला शौचालयों का सुधार व रखरखाव कर उन्हें क्रियाशील बनाया जाएगा। ऐसे डार्क स्पॉट स्थानों को चिन्हांकन किया जाएगा, जहां पर महिलाओं के प्रति अधिक अपराध घटित होते है। इन स्थानों पर यथा संभव सीसीटीवी कैमरे लगाये जायेगे एवं पुलिस गश्त बढाई जाएगी। विभिन्न विभागों द्वारा महिलाओं की सुरक्षा एवं सहायतार्थ विभिन्न एप एवं हेल्प लाईन नंबर का व्यापक प्रचार प्रसार कर उनका प्रयोग करने के लिए प्रेरित किया जाएगा। हम होंगे कामयाब अभियान के तहत स्कूल शिक्षा विभाग, उच्च शिक्षा विभाग, तकनीकी कौशल विभाग, स्वास्थ्य विभाग, परिवहन विभाग एवं ऐसे विभाग जहां पर महिला एवं बच्चों की भागीदारी अधिक संख्या में है, उनका सुरक्षा ऑडिट कराया जाएगा। इस अभियान के तहत प्रत्येक सार्वजनिक परिवहन वाहन में पैनिक बटन लगवाना सुनिश्चित किया जाएगा। प्रत्येक सार्वजनिक परिवहन वाहन के ड्राइवर, कंडेक्टर और क्लीनर का पुलिस वेरीफिकेशन के लिए कार्रवाई की जाएगी, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि यह ड्राइवर कंडक्टर और क्लीनर अपराधिक प्रवृत्ति के तो नहीं है और इनके विरूद्ध कोई आपराधिक प्रकरण दर्ज तो नहीं है। परिवहन विभाग द्वारा हम होंगे कामयाब अभियान के तहत स्कूलों, कॉलेजो एवं आईटीआई में अभियान के दौरान शिविर आयोजित कर पात्र महिला, बच्चियों को ड्रायविंग लायसेंस निशुल्क प्रदाय किए जाएंगे। सार्वजनिक स्थलों एवं सार्वजनिक परिवहन के साधनों में महिला हेल्प लाईन नंबरों को प्रदर्शित किया जाए। साथ ही जेंडर आधारित हिंसा के विरूद्ध संदेश प्रदर्शित किए जाएगे। घरेलू हिंसा से पीड़ित महिलाओं के लिए पीएम स्वनिधि योजना के तहत १८ नवम्बर से २ दिसम्बर तक स्वाभिमान अभियान चलाया जा रहा है, इसके तहत इंदिरा गांधी नेशनल ओपन यूनिवर्सिटी द्वारा 50 हजार स्वयं सहायता समूहों को प्रशिक्षित किया जाएगा जो कि वित्तीय मामलों पर प्रशिक्षण प्रदान करेगा।
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