अनोखा तीर, हरदा। किसान आक्रोश मोर्चा के सदस्यों द्वारा बुधवार को कृषि उपज मंडी सचिव को ज्ञापन सौपते हुए बताया कि हरदा जिला फसल उत्पादन में प्रदेश में अव्वल रहा है। साथ ही जिला मुख्यालय स्थित कृषि उपज मंडी आसपास की मंडीयों के मुकाबले सुविधा युक्त है। इसके कारण हरदा क्षेत्र के अलावा अन्य दूर-दराज और सीमावर्ती जिलों से भी किसान अपनी उपज लेकर हरदा मंडी आते है। लेकिन मंडी में सुबह फसल की बोली 11 बजे के बाद प्रारंभ की जाती है। जिसका समय परिवर्तित किया जाकर 1 घंटे पूर्व 10 बजे से किया जाए। जिससे की ज्यादा दूरी से आए किसान समय पर अपने घर वापस पहुंच सके। साथ ही आस- पास की मंडीयों के सोयाबीन के भाव हरदा मंडी के सोयाबीन भाव से ज्यादा रहते है। हम चाहते है कि हरदा मंडी में भी व्यापारीयों द्वारा किसानों की उपज जिसमे मुख्य रूप से सोयाबीन का उचित भाव दिया जाए। सरकार ने समर्थन मूल्य 4892 रुपए तय किया है। जिसके मुकाबले मंडी में व्यापारीयों द्वारा एफ.ए.क्यू. क्वालिटी की सोयाबीन भी 4000 से 4200 रुपए तक खरीदी जा रही है। जो कि मंडी अधिनियम एवं उपार्जन निति के विरुद्ध है।