अनोखा तीर, खिरकिया। जिन शासन गौरव आध्यात्मयोगी आचार्य प्रवर पूज्य श्री उमेश मुनि जी म.सा. , बुद्ध पुत्र प्रवर्तक देव आगम विशारद पूज्य जिनेंद्र मुनि महाराज के आज्ञानुवर्ती परम विदुषी मुक्ति प्रभा जी की सुशिष्या प्रशम प्रभा जी महाराज साहब आदि ठाना 3 के सानिध्य में तीन दिवसीय शिविर का आयोजन किया गया था। सभी बच्चों की परीक्षा संपन्न हुई, जिसमें सभी बच्चों ने उत्साह पूर्वक भाग लिया। वास्तव में बचपन वह संस्कारों का गिला आंगन है, जहां डाली गई रंगोली रूपी संस्कार ताउम्र अपना प्रभाव रखता हैं। शिविर का आयोजन बहुत सुंदर था, बच्चों को सर्वप्रथम प्रार्थना कराई जाती थी। ध्यान कायोत्सर्ग भी कराया गया, जिससे बच्चों को एकाग्रता बढ़ाने में मदद मिली। पूज्य श्री द्वारा कहानी के माध्यम से बच्चों में संस्कारों का रोपण, नया ज्ञान सिखाया गया। अंत में बच्चों की ज्ञानवर्धक प्रतियोगिताओं का आयोजन भी किया गया। बच्चों ने पटाखे नहीं फोड़ना के सहित अन्य पचकखान भी लिए। तीन दिन शिविर में बच्चों ने गोचरी दया का लाभ लिया, प्रतिक्रमण व रात्रि संवर भी किया। तीन दिन स्नान त्याग के प्रत्याख्यान भी बच्चों द्वारा लिए गए। बच्चे शिविर में जो संस्कार सिखते घर जाकर उनका पालन कर रहे थे यह देख उनके माता-पिता बहुत गर्व महसूस करते और पूज्य श्री के प्रति बहुत-बहुत साधुवाद देते। जैन श्वेतांबर श्री संघ मांगलिक भवन के तत्वाधान में आयोजित शिविर सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। शिविर में भाग लेने वाले सभी बच्चों को श्री श्वेतांबर जैन श्री संघ एवं निर्मल विनायक परिवार द्वारा बच्चों को सम्मानित किया गया। जिन बच्चों ने पटाखे के प्रत्याख्यान लिए हैं उन्हें अगले रविवार संघ द्वारा सम्मानित किया जाएगा। इस अवसर पर संघ के पदाधिकारी गण, वरिष्ठ श्राविकाएं भी उपस्थित थी। धर्मदास स्वाध्याय संघ के अध्यक्ष की माता श्री थांदला निवासी श्रीमती ताराजी भंसाली भी उपस्थित थी और साथ ही उनके सुपुत्र भी धर्म सभा में उपस्थित थे। शिविर में भाग लेने बच्चों में त्रिशल श्रीश्रीमाल, वंश भंडारी, अभिनव भंडारी, चिराग भंडारी, मयंक जैन, हार्दिक कोचर, प्रणव सिंह राजपूत, हार्दिका नागड़ा, नायरा रांका, मोक्षिका जैन, रिद्धि जैन, सिद्धि जैन, सम्यक भंडारी, दीवा भंडारी, हितांशी श्रीश्रीमाल, दक्ष मेहता, पर्व मेहता, भव्य नागड़ा, रौनक सांड, अक्षय रांका, आगम रांका, दिव्य रांका, श्रेयल भंडारी। 9 साल से छोटे बच्चों की परीक्षा में प्रथम चारवी विनायक द्वितीय हितांशी श्रीश्रीमाल तृतीय त्रिशल श्रीश्रीमाल रहे। 9 साल से अधिक उम्र के बच्चों में प्रथम पीहू रांका, द्वितीय आगम रांका तृतीय अक्षय रांका रहे। शिविर के दौरान प्राक्षी मेहता का उत्कृष्ट प्रदर्शन रहा। कार्यक्रम का संचालन रश्मि श्री श्रीमाल ने किया।