अनोखा तीर, हरदा। प्रधानमंत्री टीबी मुक्त ग्राम पंचायत अभियान के तहत हरदा जिले की कुल 10 पंचायतें टीबी मुक्त घोषित की गई है। इन पंचायतों के सरपंच व सचिवों को गुरूवार को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में आयोजित कार्यक्रम में सम्मानित कर प्रमाण-पत्र प्रदान किया गया। इस कार्यक्रम में हरदा विधायक डॉ. आरके दोगने, जिला पंचायत अध्यक्ष गजेन्द्र शाह, उपाध्यक्ष दर्शनसिंह गेहलोत, कलेक्टर आदित्य सिंह सहित स्वास्थ्य विभाग के अन्य अधिकारी कर्मचारी भी मौजूद थे। विधायक डॉ. दोगने ने इस अवसर पर टीबी रोग मुक्त ग्राम पंचायतों के सरपंच सचिवों को बधाई दी और कहा कि प्रयास लगातार जारी रहें ताकि आगे भी उनकी पंचायत में टीबी का कोई रोगी नहीं पाया जाए। उन्होने कहा कि अन्य पंचायतों को भी टीबी रोग से मुक्त बनाने के लिये स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी कर्मचारियों के साथ-साथ स्थानीय पंचायत पदाधिकारियों व जागरूक ग्रामीणों को सक्रिय भागीदारी करना चाहिए। इस अवसर पर कलेक्टर श्री सिंह ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. एचपी सिंह को निर्देश दिये कि जिले की अन्य ग्राम पंचायतों को भी टीबी रोग मुक्त पंचायत बनाने के लिए लगातार प्रयास करें। उन्होने कहा कि ग्रामीणों को बताएं कि टीबी रोग किन कारणों से होता है, उन कारणों से ग्रामीणजन बचाव करें। टीबी रोग के प्रति ग्रामीणों में जागरूकता रहेगी, तो पंचायत स्वत: टीबी रोग मुक्त हो जाएगी। जिला पंचायत अध्यक्ष श्री शाह ने इस अवसर पर कहा कि अधिकांश रोग गंदगी के कारण होते हैं। टीबी रोग से बचाव के लिये पंचायत में साफ-सफाई अत्यंत आवश्यक है। जिला पंचायत उपाध्यक्ष श्री गेहलोत ने टीबी रोग के प्रति ग्रामीणों को जागरूक करने की आवश्यकता बताई। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. एचपी सिंह ने बताया कि टीबी मुक्त ग्राम पंचायत की अवधारणा वर्ष 2023 में विश्व टीबी दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने घोषित की थी। उन्होने बताया कि वर्ष 2025 तक सभी गांवों को टीबी मुक्त बनाने का लक्ष्य रखा गया है।
ये 10 ग्राम पंचायतें टीबी रोग मुक्त
जिले की जो 10 पंचायतें टीबी रोग मुक्त घोषित की गई, उनमें हरदा विकासखण्ड की 3 पंचायतें बरखेड़ी, कांकरिया व कायागांव, टिमरनी विकासखण्ड की 3 पंचायतें बरकला, निमाचाखुर्द और पिपल्याकला तथा खिरकिया विकासखण्ड की 4 पंचायतें बेड़ियाकला, मक्तापुर, नीमसराय और बावड़िया नवीन पंचायत शामिल है। उल्लेखनीय है कि इन 10 पंचायतों में से 7 पंचायतों की सरपंच महिलाएं हैं, जिनमें कांकरिया से श्रीमती लाजवंती ठाकुर, कायागांव से श्रीमती मनु बाई, बैड़ियाकला से श्रीमती छायाबाई, मक्तापुर से श्रीमती अनिशा बी, नीमसराय से कुमारी रीना, बावड़िया नवीन की सरंपच श्रीमती अनिता उइके, नीमाचाखुर्द की सरपंच श्रीमती कृष्णाबाई शामिल है। इन महिला सरपंचों के साथ-साथ बरखेड़ी के सरपंच केवलराम देवहरे, बरकला के सरपंच संतोष तथा पिपल्याकला के सरपंच भागवतसिंह ने टीबी मुक्त ग्राम पंचायत के प्रमाण-पत्र प्राप्त किए।