कर्मचारियों के उत्कृष्ट कार्य से शासन प्रशासन की छवि बनती है
आने वाले दिनों में एप के माध्यम से कार्य होंगे , इसके प्रति कर्मचारी सकारात्मक दृष्टिकोण रखें
कलेक्टर ने ली संयुक्त विभागीय जिला परामर्श दात्री समिति की बैठक
नर्मदापुरम:- कलेक्टर सोनिया मीना ने गुरुवार को संयुक्त विभागीय जिला परामर्श दात्रि समिति की बैठक में कर्मचारी संगठनों से कहा कि कर्मचारी सिमित संसाधनों में उत्कृष्ट कार्य करके दिखा रहे हैं। कर्मचारियों के उत्कृष्ट कार्य करने से ही शासन प्रशासन मुख्यमंत्री एवं कलेक्टर की छवि बनती है। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में सभी कार्य एप के माध्यम से किए जाएंगे। विभिन्न प्रकार के एप के प्रति कर्मचारी सकारात्मक दृष्टिकोण रखें। बैठक में कर्मचारी संगठनों ने अपनी विभिन्न समस्याओं से कलेक्टर को अवगत कराया। कलेक्टर ने कहा कि कर्मचारी संगठनों की जितनी मांगे हैं वह सब जायज हैं, उनकी भावनाएं जायज है। कुछ बिंदु पर जिला स्तर से कार्यवाही होना है जिसमें हम कर्मचारी संगठनों के साथ समन्वय कर समस्याओं का निराकरण कर लेंगे। वहीं पदोन्नति जैसे मामले हैं जो शासन स्तर से होने हैं वहां प्राथमिकता से शासन को इस बात से अवगत कराया जाएगा। कलेक्टर ने कहा कि फील्ड लेवल का कार्य हम सभी के लिए महत्वपूर्ण है। एक आशा कार्यकर्ता एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सचिव पटवारी तथा डॉक्टर फील्ड लेवल पर कार्य करते हैं तो यह उनकी प्रतिदिन की परीक्षा है। कलेक्टर ने कहा कि हम सबको शासकीय कार्य करने में आनंद का अनुभव होता है, यदि कोई कर्मचारी अवकाश के दिनों में कार्य करना चाहता है तो वह अवश्य करें। उन्होंने कहां की फील्ड लेवल का कार्य सबसे महत्वपूर्ण एवं कठिन है, इसमें हर समय जनता की भलाई के लिए कार्य किया जाता है, हम सब का दायित्व है कि हम शासन के उद्देश्यों की प्राथमिकता से पूर्ति करें। जनता को शासकीय योजनाओं एवं लाभ से अधिक से अधिक लाभान्वित करें। कलेक्टर ने कहा कि आने वाले दिनों में विकासखंड एवं तहसील स्तर पर भी परामर्श दात्री समिति की बैठके आयोजित की जाएगी। कलेक्टर ने बताया कि परफॉर्मेंस ऑफ़ द मंथ के तहत हर विभाग प्रतिमाह अपने उत्कृष्ट कार्य करने वाले कर्मचारियों को सम्मानित करता है। कलेक्टर ने कहा कि आवश्यकता है कि ग्राम स्तरीय अमला भी अच्छा कार्य करें। कर्मचारियों के बेहतरीन कार्य करने से जनता के बीच एक सकारात्मक छवि निर्मित होती है । कलेक्टर ने कहा हमारी नौकरी हमारे जीवन का आधार है। कलेक्टर ने बताया कि अधिकांश अधिकारी एवं कर्मचारी कार्यालय में बैठकर कार्य करते हैं तो आवश्यकता है कि कार्यालय साफ एवं स्वच्छ रहे। कार्यालय आने वाले आम जनता से सभी अधिकारी एवं कर्मचारी मधुर व्यवहार करें। प्राथमिकता से उनकी समस्या एवं प्रकरणों का निराकरण करें। कलेक्टर ने कहा कि समिति की बैठक से एक सकारात्मक परिणाम निकलकर आएगा । कलेक्टर कहां की हम सब पर्व एवं त्योहार पर भी अपनी ड्यूटी निभाते हैं ताकि जनता अपने पर्व एवं त्यौहार अच्छे से मना सके। यह हमारे शासकीय नौकरी का एक दायित्व है जिसे हमें पूरा करना होता है। बैठक में आदिवासी अंचलों के लोगों के ड्राइविंग लाइसेंस बनाने का मामला कर्मचारी संगठनों ने उठाया इस पर कलेक्टर ने कहा कि जिस जगह नेटवर्क मिल रहा है वहां पर क्लस्टर अनुसार लोगों को एकत्रित कर जिला परिवहन अधिकारी ड्राइविंग लाइसेंस बनाने के लिए कैंप आयोजित करेंगे।
बैठक में कर्मचारी संगठनों ने मांग की की वर्ष में एक बार कर्मचारियों को उनकी सेवा पुस्तिका दिखाई जाए और उनके हस्ताक्षर लिए जाएं। कर्मचारी संगठनों ने कहा कि कई विभाग ऐसे हैं जहां पर वर्षों से कर्मचारियों की सीआर नहीं लिखी गई है, इससे कर्मचारियों की पदोन्नति एवं समयमान वेतनमान में विलंब हो रहा है। कर्मचारी संगठनों ने बताया कि जहां पर पद खाली है वहां पर उच्च पद का प्रभार कर्मचारियों को दिया जाए। उन्होंने कहा कि कई बार शासकीय अवकाशों पर भी कर्मचारियों से कार्य लिया जाता है। पर्व एवं त्योहारो पर भी हर बार कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई जाती है इससे कर्मचारी स्वयं अपने परिवार के साथ पर्व एवं त्यौहार नहीं मना पाते है। कर्मचारी संगठनो के पदाधिकारी ने बताया कि कई एप कार्य सुविधा की दृष्टिकोण से बनाए गए हैं लेकिन नेटवर्क ना होने की वजह से कई बार एप पर कार्य नहीं कर पाते हैं।
कर्मचारी संघो ने मांग की की आशा कार्यकर्ता, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सचिव को समय पर वेतन मिल जाए। वही अजाक्स संगठन के कर्मचारियों ने मांग की की अनुसूचित जाति जनजाति वर्ग के लोगों के आवेदन थाने में प्राथमिकता से लिए जाएं। बताया गया कि सभी विभागों में बैकलांग के पद रिक्त हैं। उन पदों को प्राथमिकता से भरा जाए। आउटसोर्स की भर्ती में आरक्षण रोस्टर का पालन किया जाए। अनुसूचित जाति, जनजाति के विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति समय पर मिले। कुछ विभागों में उच्च पद का पदभार लागू नहीं है उसे लागू किया जाए। कलेक्ट्रेट में नेटवर्क प्रॉब्लम है उसकी फ्रीक्वेंसी बढ़ाई जाए। पटवारी की तरह ही राजस्व निरीक्षकों को भी लैपटॉप दिया जाए।