जिस व्यक्ति में शिक्षा और संस्कार होंगे, वहीं व्यक्ति एक अच्छे समाज को खड़ा कर सकता है – तोमर
विकास पवार बड़वाह – नगर के पुराने तहसील परिसर में स्थित माध्यमिक और प्राथमिक शासकीय शाला का जीर्णोद्धार किया गया । यह कार्य विशाल पिता अशोक पाठक के द्वारा करीब 45 लाख रुपए की लागत से करवाया गया । जिसका लोकार्पण मुख्य अतिथि विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर और पूर्व महापौर कृष्ण मुरारी मोघे के हाथों किया गया। इस मौके पर क्षेत्रीय सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल,क्षेत्रीय विधायक सचिन बिरला,खरगोन विधायक बालकृष्ण पाटीदार,महेश्वर विधायक राजकुमार मेव,पूर्व विधायक हितेंद्र सिंह सोलंकी,बाबूलाल महाजन,नगर पालिका अध्यक्ष राकेश गुप्ता,नपा उपाध्यक राजेश जायसवाल और अन्य जनप्रतिनिधि एवं संत महात्माओं उपस्थिति थे ।उल्लेखनीय है कि समाज सेवा से जुड़े विशाल पाठक पूर्व में भी टावर बेड़ी स्थित शासकीय शाला का जीर्णोद्धार करवा चुके हैं। जिसका नतीजा अब उस स्कूल में बच्चों के बढ़ते एडमिशन के रूप में देखने को मिल रहा है ।इस कार्यक्रम के दौरान विधानसभा अध्यक्ष श्री तोमर ने अपने उद्बोधन में कहा कि आज शिक्षा और संस्कार दोनों ही आने वाले पीढ़ी के लिए जरूरी है ।जिस व्यक्ति में शिक्षा और संस्कार होंगे । वहीं व्यक्ति एक अच्छे समाज को खड़ा कर सकता है । आज जो कार्य श्री पाठक परिवार के सदस्यों ने किया है, उस कार्य से हम सबको प्रेरणा लेने की आवश्यकता है ।उन्होंने कहा कि यदि सरकार अकेले सोचती तो आज जितनी शैक्षणिक संस्थाओं की आवश्यकता थी,उसकी पूर्ति सरकार जितना भी कोशिश करती नहीं हो पाती ।लेकिन निजी क्षेत्र के लोगों ने सामाजिक संस्थाओं ने साधु संतों और राष्ट्रीय सेवक संघ ने देश को ऐसी अनेक संस्था दी है ।जिससे निश्चित रूप से शिक्षा के क्षेत्र में हम काफी पूर्ति करने में सक्षम हैं ।यह भी जरूरी है कि समाज के लोग ऐसे क्षेत्रों में जाए और हाथ बटाने का काम करें।हमारा देश बड़ी आबादी का देश है ।ओर यह भी सच है कि हमारे देश की अर्थव्यवस्था निरंतर मजबूत होती जा रही ।उन्होंने कहा स्कूल का भवन ठीक होता है,तो वातावरण ठीक होता है, वातावरण ठीक होता है, तो बच्चों को अध्यन करने में और सुविधा होती है । यह सुविधा ओर बढ़े इसके लिए पाठक परिवार से बाकी लोगों ने भी प्रेरणा लेना चाहिए ।अगर ऐसे स्कूल क्षेत्र में है तो उनका भी जीर्णोद्धार हो,यह समय की आवश्यकता है ।
आज सभी क्षेत्र में कई समाजसेवी मौजूद हैं, जिन्हें शिक्षा के क्षेत्र में कार्य करना चाहिए —
इस मौके पर कृष्ण मुरारी मोघे ने कहा कि आज सभी क्षेत्र में कई समाजसेवी मौजूद हैं ।जिन्हें शिक्षा के क्षेत्र में इस तरह के कार्यों को करने की आवश्यकता है ।परिवर्तन और समाज की दिशा इसके लिए सरकार एक उचित वातावरण बना सकती है,मगर परिवर्तन जब तक नहीं आता, जब तक समाज सहभागी ना हो ।सांसद श्री पाटिल ने कहा आज हमारी भाजपा सरकार शिक्षा का क्षेत्र हो या स्वास्थ व्यवस्था की बात हो दोनो ही व्यवस्थाओं में अपनी अहम भूमिका निभा रही है ।विधायक बिरला ने कहा जीवन में शिक्षा के बिना कोई काम नहीं हो सकता है। यदि जीवन में हमको किसी अच्छी बात की सीख मिलना है या अच्छे बुरे का ज्ञान होना है। तो वह शिक्षा के बिना नहीं हो सकता । ऐसे ही गरीब बच्चों की शिक्षा और स्कूल के जीर्णोद्धार का काम पाठक परिवार ने अपने हाथो में ले लिया है ।उन्होंने पाठक परिवार से चर्चा करते हुए कहा कि जिस तरह आपके परिवार ने दो स्कूलों का जीर्णोद्धार किया है वैसे ही हमारे क्षेत्र बेड़ियां के आसपास भी आदिवासी क्षेत्रों में कुछ स्कूले हैं जो आज जर्जर हो गई है । हालाकी इस कार्य के लिए हम पत्राचार करते है मगर काम नहीं हो पाता है ।क्योंकि सरकार के पास फंड धीरे धीरे आता है काम होते हैं । लेकिन पाठक परिवार की दृढ़ इच्छा शक्ति और दृढ़ संकल्प से हम और पूरे विधानसभा के लोग प्रभावित हैं ।यदि आप आदिवासी क्षेत्र की चार पांच स्कूल गोद लेंगे।तो बहुत खुशी की बात होगी ।
सबका साथ,सबका विकास,सबका विश्वास,सबका प्रयास के फार्मूले पर किया अमल—
विशाल पाठक ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक फार्मूला दिया था,सबका साथ,सबका विकास,सबका विश्वास,सबका प्रयास ।यही हमारे परिवार का छोटा सा प्रयास है । जिसके माध्यम से स्वर्णिम भारत बनाने के अंदर एक नींव रख सकते हैं । जब हम इस स्कूल के निर्माण के लिए घर पर बैठकर विचार करते थे, कि हमें बड़वाह के लिए कुछ करना है, क्योंकि मेरे पिताजी की जन्मस्थली बड़वाह है । तो पिताजी ने कहा कि क्यों न हम बड़वाह जाकर शिक्षा के क्षेत्र में काम करें ।वही भाभीजी ने एक चिंता जताई कि आज युवा नशे में लिप्त हो रहा, कुमार्ग पर जा रहा है ।यदि हमें उन्हें कुमार्ग पर जाने से रोकना है तो हमें शिष्टा,शिक्षा,संस्कार देना पड़ेंगे ।क्योंकि शिक्षा और संस्कारों से ही अपराधों का समापन हो सकता हैं।सरकारें अपराधों को समाप्त नहीं कर सकती । हमने इस बात पर काफी विचार किया और बड़वाह की तीन स्कूलों को चिह्नित किया ।जिसके बाद हमने बड़वाह की स्कूलों का जीर्णोद्धार कार्य शुरू किया ।हमारा उद्देश्य केवल बड़वाह में सुसंकृत समाज का निमार्ण हो,बच्चो को अच्छी शिक्षा मिले और यहां के बच्चे आगे जाकर नाम कमाए और वापस आकर बड़वाह विकास की बात करे ।इस मौके पर नपाध्यक्ष राकेश गुप्ता ने कहा बड़वाह को एक प्रेरणा दायिक व्यक्ति पाठक जी के रूप में मिला है।जिन्होंने हम लोगों को जागरूक किया है कि सरकार की ही जिम्मेदारी ही नहीं है लाख स्कूल सरकारी है लेकिन हम लोग चाहे तो समाज के लोग भी आगे बढ़कर सरकार की जिम्मेदारी उठा सकते हैं ।और सरकार को एक तरह से सहयोग भी कर सकते हैं ।और पूरे समाज को प्रेरणा दे सकते हैं कि चुकी हमारे बच्चे पढ़ते हैं हमारे विद्यालय है उनके जीर्णोद्धार की जिम्मेदारी इस तरह से जिनको भगवान में सक्षम बनाया है जिनको ईश्वर ने इस योग बनाया है।जो कुछ कर सके ।तो आज पाठक जी ने ऐसा ही एक कार्य कर हम सबको प्रेरणा दी है।कार्यक्रम के दौरान स्कूल की बच्चियों ने एक नृत्य की प्रस्तुति दी ।कार्यक्रम का संचालन लक्ष्मी चंद अमई ने किया,आभार महिम ठाकुर ने माना।